मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दूसरे ही दिन बाढ़ ग्रस्त राजकोट जिले के हवाई सर्वेक्षण पर निकले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राजकोट से जामनगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा जामनगर के सबसे अधिक प्रभावित घुंवाव गांव के महिला पुरुषों से रूबरू हुए। मुख्यमंत्री ने लोगों को हुए नुकसान तथा अतिवृष्टि के कारण हुई परेशानी की जानकारी।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 01:47 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 07:27 PM (IST)
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दूसरे ही दिन बाढ़ ग्रस्त राजकोट जिले के हवाई सर्वेक्षण पर निकले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल
बाढ़ से प्रभावित महिला पुरुषों से मिले गुजरात के नव नियुक्त मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। ।मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राजकोट से जामनगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया तथा जामनगर के सबसे अधिक प्रभावित घुंवाव गांव के महिला पुरुषों से रूबरू हुए। मुख्यमंत्री ने लोगों को हुए नुकसान तथा अतिवृष्टि के कारण हुई परेशानी की जानकारी ली तथा अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी प्रभावित सहायता के बिना नहीं रहेगा। सरकार इस मुश्किल वक्त में उनके साथ खड़ी है तथा उन्हें हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री के साथ जामनगर सांसद पूनम माडम, पूर्व मंत्री हकूभा जाडेजा, मुख्य सचिव पंकज कुमार आदि थे।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद सबसे पहले सौराष्ट्र में हुई भारी बारिश के कारण हुए नुकसान तथा वहां चल रहे राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की थी। सौराष्ट्र में राजकोट के कई इलाकों में 15 से 20 इंच बरसात के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है तथा खेती व्यापार वह दैनिक उद्योग धंधों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। हजारों लोग बेघर हुए हैं तथा 20 से 25 हजार लोगों को अभी तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

बीते 2 दिनों से सौराष्ट्र क्षेत्र में हुई जोरदार बारिश के कारण राहत और बचाव कार्यों के लिए वहां एनडीआरएफ की टीमों को तैनात करना पड़ा है। फायर ब्रिगेड स्थानीय सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता एवं भारतीय जनता पार्टी वह अन्य कई संस्थाओं के लोग यहां प्रभावित लोगों की मदद करने पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल राज्य के कृषि मंत्री आरसी फलदू तथा जामनगर सांसद पूनम माडम एवं मुख्य सचिव पंकज कुमार के साथ बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने जाएंगे। कृषि मंत्री आरसी फलदू को सोमवार रात को ही सौराष्ट्र से गांधीनगर बुलाया गया मुख्यमंत्री ने उनसे सौराष्ट्र के बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों के हालात की जानकारी ली।

रह-रह कर होती रही तेज बारिश

सौराष्ट्र दक्षिण गुजरात व मध्य गुजरात के अहमदाबाद में मंगलवार को भी बादल छाए रहे तथा रह-रह कर तेज बारिश होती रही। अहमदाबाद में दोपहर 12:00 बजे बाद अचानक काले बादल छा गए तथा थोड़ी ही देर में मूसलाधार बारिश होने लगी। उधर सौराष्ट्र में बारिश के कारण राहत एवं बचाव कार्य में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कार्यकर्ताओं से बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने की अपील की गई है तथा पार्टी कई सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर पिछले 2 दिन से राजकोट से जामनगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फूड पैकेट का भी वितरण कर रही है। राजकोट के लोधिका में 21 इंच बारिश दर्ज की गई। अन्य 97 तहसील में भी भारी वर्षा रिकार्ड हुई। राज्य में अब तक मानसून की 70 फीसदी बारिश हो चुकी है। एक नेशनल व 18 स्टेट हाइवे बंद करने पड़े। राज्य में अभी तक 201 मार्ग कर दिए गये हैं। जबकि राज्य परिवहन सेवा के 55 रूट बंद करने पड़े।

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