Raid On Stamp Office: गुजरात के कानून मंत्री ने विभाग के स्टांप कार्यालय पर मारा छापा

Raid On Stamp Office गुजरात के कानून मंत्री ने अपने ही विभाग के स्टांप कार्यालय पर छापा मारकर वहां चल रहे गोरखधंंधे को उजागर कर दिया है। त्रिवेदी जब यहां पहुंचे तो कई कर्मचारी कार्यालय छोड़कर भाग गए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:25 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 08:01 PM (IST)
Raid On Stamp Office: गुजरात के कानून मंत्री ने विभाग के स्टांप कार्यालय पर मारा छापा
गुजरात के कानून मंत्री का अपने ही विभाग के स्टांप कार्यालय पर छापा। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात के कानून मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने अपने ही विभाग के स्टांप कार्यालय पर छापा मारकर वहां चल रहे गोरखधंंधे को उजागर किया। त्रिवेदी जब यहां पहुंचे तो कई कर्मचारी कार्यालय छोड़कर भाग गए। उन्होंने सभी कर्मचारियों के तबादले के आदेश के साथ एजेंटों से सांठगांठ करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। मंत्री ने अपने करीबी से पहले इस दफ्तर का स्टिंग भी कराया। कानून व राजस्व मंत्री त्रिवेदी शुक्रवार को अहमदाबाद के स्टांप ड्यूटी के कार्यालय पहुंचे, उनके वहां आते ही भ्रष्ट कर्मचारी व एजेंट यहां से भाग खड़े हुए। त्रिवेदी ने बताया कि उन्होंने हाई कोर्ट के वकील दीपेन दवे के माध्यम से अपने विभाग का स्टिंग आपरेशन कराया था।

निशाने पर भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी

दवे ने इसका आडियो व शिकायती पत्र ज्यों ही त्रिवेदी को सौंपा। उन्होंने एक्शन में आते हुए अपने ही विभाग के कार्यालय पर छापा मारकर भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारियों को निशाने पर लिया। त्रिवेदी ने बताया कि एक सोसाइटी के 18 हजार दस्तावेज को तैयार करने के बदले कार्यालय में अड्डा जमाकर बैठने वाले एजेंट पराग शाह ने करीब 72 लाख रुपये की मांग की थी। मंत्री ने बताया कि अधिकारियों ने पराग शाह जैसे एजेंट को सरकारी दफ्तर में बैठने के लिए टेबल कुर्सी तक दे रखी थी, जिससे लोगों को उसके सरकारी अधिकारी होने का भ्रम होता था। कुछ दिनों पहले खुद त्रिवेदी ने भ्रष्ट राजस्व अधिकारियों को दबोचने के लिए जनता से उनका स्टिंग करने का भी आह्वान किया था। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद पर रहते विजय रूपाणी ने एक सार्वजनिक सभा में कहा था कि गुजरात में राजस्व विभाग में सबसे अधिक भ्रष्टाचार है तथा गृह विभाग में उससे कम भ्रष्टाचार है। गौरतलब है कि इससे पहले कानून मंत्री ने जनता से कहा था कि अगर कोई भी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत की मांग करता है तो उसका वीडियो बनाकर उनके कार्यालय में भेज दे। 

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