Gujarat: गुजरात के सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बीच जुबानी जंग तेज

Gujarat विजय रूपाणी ने गांधीनगर में कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित भाई चावड़ा अब जाने की घड़ियां गिन रहे हैं इसलिए गलत बयान बाजी कर रहे हैं। विपक्षी पार्टी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा महासचिव को रातोंरात बदला जाना सीएम रूपाणी की विदाई का संकेत है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:42 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 07:39 PM (IST)
Gujarat: गुजरात के सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के बीच जुबानी जंग तेज
गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने अमित चावड़ा को कहा बेशर्म, कांग्रेस ने किया पलटवार। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में भाजपा और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित भाई चावड़ा अब जाने की घड़ियां गिन रहे हैं, इसलिए गलत बयान बाजी कर रहे हैं। विपक्षी पार्टी ने भी पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा महासचिव को रातोंरात बदला जाना सीएम रूपाणी की विदाई का संकेत है। एक-दूसरे पर हमले से गुजरात की राजनीति में गर्माहट आ गई है। गौरतलब है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को गुजरात भाजपा संगठन महासचिव के पद पर रत्नाकर की नियुक्ति कर दी। रत्नाकर को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल का करीबी माना जाता है।उधर उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी कहा कि जनता ने कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है। कुछ माह पहले हुए पालिका व पंचायत चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह साफ हो गई। पिछले कुछ माह से कांग्रेस आलाकमान अनिर्णय की स्थिति में है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चावड़ा व नेता विपक्ष परेश धनाणी की अपने-अपने पदों से विदाई निश्चित है। 

गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा को बेशर्म कहा तथा प्रदेश अध्यक्ष के पद पर कुछ दिनों का ही मेहमान बताया तो कांग्रेस ने भी पलटवार करते हुए कहा कि संगठन महासचिव को रातों-रात बदला जाना सीएम रूपाणी की विदाई के संकेत हैं। मुख्यमंत्री रूपाणी की सरकार के पांच साल पूरे होने पर राज्य सरकार व प्रदेश भाजपा संगठन एक से नौ अगस्त तक विविध कार्यक्रम आयोजित करेगी। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इसका विरोध करते हुए समानांतर प्रदर्शन कार्यक्रम रखे हैं। मुख्यमंत्री रूपाणी ने गांधीनगर में पत्रकारों के समक्ष कहा कि अमित चावड़ा अब घड़ियां गिन रहे हैं, इसलिए बेशर्म होकर बयानबाजी कर रहे हैं। उनका साफ कहना था कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जल्द ही अपने पद से हटने वाले हैं, इसलिए वे गैर जिम्मेदाराना तरीके से बयान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को नकारात्मक व विकास विरोधी बताया।

उधर, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि जनता ने कांग्रेस को पूरी तरह नकार दिया है। कुछ माह पहले हुए पालिका में पंचायत चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह साफ हो गई, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा व नेता विपक्ष परेश धनाणी को अपना इस्तीफा देना पड़ा। पिछले कुछ माह से कांग्रेस आलाकमान के निर्णय की स्थिति में है, लेकिन चावड़ा व धनाणी की अपने-अपने पदों से विदाई निश्चित है। नितिन भाई ने कहा कि कांग्रेस हताशा में इस तरह के बयान दे रही है। गुजरात की जनता कांग्रेस को भली भांति जान गई है, इसलिए पंचायत से लोकसभा तक के चुनाव में कांग्रेस को बुरी तरह हराया है। कांग्रेस जनता का विश्वास खो चुकी है, इसलिए सत्ता में आने के लिए हाथ-पांव मार रही है।

उधर, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि प्रदेश भाजपा संगठन महासचिव के पद पर रातों-रात रत्नाकर की नियुक्ति करने से अब मुख्यमंत्री रूपाणी की कुर्सी को भी खतरा पैदा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी में आंतरिक विवाद हैं, जिसके कारण संगठन महासचिव को बदला गया है। यह मुख्यमंत्री रूपाणी के लिए साफ संकेत हैं। चावड़ा ने कहा कि गुजरात की सरकार किसके द्वारा किसके लिए और कैसे चल रही है, प्रदेश की जनता अब भली-भांति समझ गई है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष चेतन रावल व महानगर पालिका में पार्षद नीरव बख्शी ने भी मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के बयान को शर्मनाक बताया है। प्रमुख विपक्षी दल के अध्यक्ष को बेशर्म कहना भाजपा के संस्कार हो सकते हैं, लेकिन कांग्रेस उन्हीं की भाषा में जवाब नहीं देगी। गुजरात की जनता उन्हें समय आने पर जवाब देने वाली है। कांग्रेस अध्यक्ष को बेशर्म बताने के बाद गुजरात की राजनीति गरमा गई है। मानसून के मौसम में ठंडी पड़ी राजनीति का पारा अचानक बढ़ गया है। सरकार व विपक्ष के नेता सरकार के पांच साल के उत्सव व उसके खिलाफ प्रदर्शन को छोड़कर अब एक-दूसरे पर हमलावर हैं या बचाव में उतरे हैं।

गौरतलब है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को जारी एक आदेश में गुजरात प्रदेश भाजपा संगठन महासचिव के पद पर रत्नाकर की नियुक्ति कर दी। निवर्तमान संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया करीब 13 साल से यह काम संभाल रहे थे। रत्नाकर को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील का करीबी माना जाता है तथा रत्नाकर महाराष्ट्र के सह प्रभारी के रूप में पाटिल के साथ काम कर चुके हैं। रत्नाकर इससे पहले वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी कामकाज को संभाल चुके हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पाटिल के बाद रत्नाकर की नियुक्ति को केंद्रीय आलाकमान की गुजरात में मजबूत होती पकड़ के रूप में देखा जा रहा है। 

विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात में शिक्षा के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है आयुर्वेद, रक्षा, फॉरेंसिक साइंस, योग के राष्ट्रीय विश्वविद्यालय यहां बनाए गए। देश व दुनिया के छात्र एवं छात्राएं गुजरात में पढ़ने के लिए आ रहे हैं। गुजरात के गांव गांव तक ब्रॉडबैंड की सुविधा पहुंच गई है। गुजरात की जनता ने हर पांच साल में भारतीय जनता पार्टी को अपना आशीर्वाद दिया है। कांग्रेस ने विकास विरोधी काम किए हैं तथा आज भी वह गुजरात के विकास में अवरोधक बनी हुई है। मुख्‍यमंत्री रूपाणी ने कहा कि यह उनकी सरकार के पांच साल पूरे होने का यह उत्सव नहीं बल्कि सेवा यज्ञ है। गुजरात को 13 वर्ष तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व मिला है, आज देश में गुजरात मॉडल की चर्चा है। रूपाणी सरकार के पांच साल पूरे होने के उपलक्ष्य में सरकार व संगठन ने एक से नौ अगस्त तक विविध तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। एक अगस्त को ज्ञान शक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए सरकार ने इस समारोह की शुरुआत की।

उधर, कांग्रेस ने इसके समानांतर शिक्षा बचाओ कार्यक्रम आयोजित करके सरकार का विरोध किया। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा एवं अन्य नेताओं ने अहमदाबाद के अंबाबाड़ी क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित कर शिक्षा बचाओ तथा रूपाणी सरकार होश में आओ के नारे लगाए। इससे पहले उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कांग्रेस पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस को दशकों तक शासन करने का मौका मिला लेकिन वह गुजरात का विकास नहीं कर पाई। पहले मुख्यमंत्री रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में वह काम किए जो कांग्रेस नहीं कर सकी और अब विजय रूपाणी तथा भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील के नेतृत्व में गुजरात की सरकार जनहित में काम कर रही है।

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