वैक्सीन की शीशी पर सिरिंज के साथ दिखे गणपति, गणेश चतुर्थी से पहले गुजरात के कलाकार ने तैयार की अनोखी मूर्ति
कोरोना महामारी के इस समय में लोगों के बीच कोविड प्रोटोकोल और वैक्सीनेशन (Covid Vaccination) को लेकर जागरुकता फैलाने के लिए गुजरात के वडोदरा में रहने वाले एक कलाकार दक्ष जांगिड ने भगवान गणेश की अनोखी मूर्ति (Unique Idol of Ganesha) तैयार की है।
वडोदरा, एएनआइ। गुजरात के वडोदरा में रहने वाले एक कलाकार दक्ष जांगिड ने गणेशोत्सव (Ganesh Chaturthi 2021) से पहले कोविड महामारी के इस समय में लोगों से कोविड -19 प्रोटोकॉल का पालन करने, जागरूकता फैलाने व टीका लगाने के उद्देश्य से भगवान गणेश की एक इको-फ्रेंडली मूर्ति बनाई है, जिसमें उन्हें कोविड वैक्सीन की शीशी पर बैठे हुए दिखाया गया है, उनके बगल में एक सिरिंज और हाथ में एक मास्क है।
सरकार द्वारा COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लोगों को त्योहार मनाने की छूट दी गई है। कलाकार दक्षेश जांगिड़ ने मूर्ति के जरिए लोगों को सुरक्षित रहने और देश में तीसरी लहर से बचने का संदेश दिया है। उन्होंने लगभग 2.5 फीट की ऊंचाई वाली मूर्ति बनाई है और वैक्सीन की शीशी के बगल में उन्होंने COVID योद्धाओं के छोटी मूर्तियों को जोड़ा है। कलाकार ने एएनआइ को बताया, "मैं पिछले चार सालों से पर्यावरण के अनुकूल गणेश चतुर्थी के लिए गणेश प्रतिमाएं तैयार कर रहा हूं।" दक्षेश ने आगे जोर देकर कहा कि इसे बनाने के पीछे COVID-19 प्रोटोकॉल का पालन करने के बारे में लोगों के बीच जागरूकता को बढ़ाना है और सरकार द्वारा दी गई छूट के बीच तीसरी लहर को रोकने के लिए टीकाकरण भी करना है।
कलाकार ने कहा कि देश की जनता को ये संदेश देना चाहता हूं कि हमें इस वर्ष सभी कोविड दिशानिर्देशों का पालन करते हुए गणेश चतुर्थी मनानी चाहिए। मूर्तिकार ने कहा कि इस अनूठी मूर्ति को बनाने में उन्हें दो दिन लगे। "3-4 लोगों की एक टीम ने मुझे इसे बनाने में मदद की। " उन्होंने कहा कि त्योहार पर गणेश मंडल स्थापित करने वाली एक संस्था ने उनकी मूर्ति का चयन किया है और गणेशोत्सव पर इस मूर्ति की स्थापना के साथ एक टीकाकरण शिविर लगाने का भी फैसला किया है। बता दें कि हिंदू चंद्र कैलेंडर माह भाद्रपद के चौथे दिन से शुरू होने वाला दस दिवसीय त्योहार गणेश चतुर्थी इस साल 10 सितंबर से शुरू होगा।