Gujarat: राजकोट में शादी से पहले दूल्हा पहुंचा हवालात

Gujarat राजकोट में अपने परिवार व दोस्तों के साथ शादी करने पहुंचा एक दूल्हा पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दूल्हा और दुल्हन के पिता को भी पुलिस ने महामारी एक्ट के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार कर लिया है

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 03 May 2021 03:50 PM (IST) Updated:Mon, 03 May 2021 03:53 PM (IST)
Gujarat: राजकोट में शादी से पहले दूल्हा पहुंचा हवालात
राजकोट में शादी से पहले दूल्हा पहुंचा हवालात। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat: गुजरात के राजकोट में अपने परिवार व दोस्तों के साथ शादी करने पहुंचा एक दूल्हा पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दूल्हा और दुल्हन के पिता को भी पुलिस ने महामारी एक्ट के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। राजकोट निवासी 24 वर्षीय अनिल गुजराती अपने जीवन की दूसरी पारी शुरू करते उससे पहले ही हवालात पहुंच गए। शादी के मंडप पर पहुंचने से पहले दूल्हे को थाने में जाना पड़ा और करीब दो-तीन घंटे बाद जमानत लेकर अपनी होने वाली जीवन संगिनी के साथ सात फेरे लिए। राजकोट पुलिस को जैसे ही इस विवाह की सूचना मिली कि करीब 200 लोग विवाह समारोह में एकत्र हुए। पुलिस उपाधीक्षक प्रदीप सिंह जाडेजा के निर्देश पर विवाह स्थल पर पहुंच कर पुलिस ने अनिल उसके भाई परेश, दुल्हन के पिता चाकू मोरबिया सहित फोटोग्राफर, पुरोहित, मित्रों सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता तथा एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दूल्हे व अन्य को करीब तीन घंटे बाद जमानत पर छोड़ दिया तथा बाद में इन लोगों ने विवाह स्थल पर पहुंचकर शादी की रस्म पूरी की। पुलिस की हिदायत के बाद शादी में शारीरिक दूरी तथा मास्क व सैनिटाइजर आदि के दिशा निर्देशों का पूरी तरह पालन किया गया।

गौरतलब है कि गुजरात में कोरोना महामारी के दौरान 710 वकील भी इससे संक्रमित हुए। गुजरात बार काउंसिल इन वकीलों को 90 लाख रुपए की आर्थिक सहायता पहुंचाएगा। बार काउंसिल ऑफ गुजरात की पिछले सप्ताह हुई बैठक में कोरोना से संक्रमित हुए वकीलों को आर्थिक सहायता करने का फैसला किया गया। कोरोना महामारी के एक वर्ष पूरा होने के बाद बार काउंसिल ऑफ गुजरात में प्रदेशभर के वकीलों से उनके संक्रमित होने हैं तथा आर्थिक सहायता के संबंध में आवेदन मांगे थे। राज्य के करीब 710 वकीलों ने बार काउंसिल को आवेदन भेजकर आर्थिक सहायता की मांग की थी। इनमें से 75 वकीलों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था, जबकि 635 ने होम आइसोलेशन के दौरान ही उपचार कराया।

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