Coronavirus: गुजरात में कोरोना के 5011 नए मामले और 49 मौतें
Coronavirus गुजरात में कोरोना के 5011 नए मामले सामने आए। 2525 लोग डिस्चार्ज हुए और 49 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में कुल मामले 342026 हैं। कुल 312151 डिस्चार्ज हुए। सक्रिय मामले 25129 हैं। कोरोना से कुल 4746 की जान गई।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5011 नए मामले सामने आए। 2525 लोग डिस्चार्ज हुए और 49 लोगों की मौत हुई है। प्रदेश में कुल मामले 3,42,026 हैं। कुल 3,12,151 डिस्चार्ज हुए। सक्रिय मामले 25,129 हैं। कोरोना से कुल 4,746 की जान गई। कुल टीकाकरण 89,02,725 हुआ है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सीएम विजय रूपाणी ने शनिवार को कहा कि गुजरात सरकार लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर स्थानीय स्तर पर कोई स्वैच्छा से इस तरह का उपाय करता है तो हम ऐसा करने के लिए उसका स्वागत करते हैं। रूपाणी के मुताबिक, लोगों की समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार लॉकडाउन लगाने के लिए तैयार नहीं है। हमने पहले ही 10 घंटे के लिए कर्फ्यू लगा दिया है।
रेमेडिसविर टीके को लेकर गुजरात में राजनीति गरमाई
कोरोना के इलाज में कारगर साबित हुए रेमेडिसविर टीका को लेकर गुजरात में राजनीति गरमा गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने सूरत भाजपा की ओर से पांच हजार टीके मुफ्त वितरण का एलान किया तो कांग्रेस ने सवाल उठाया कि मरीजों को मिल नहीं रहे भाजपा के पास टीके कैसे आए। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस पर दो टूक कहा कि इसका जवाब पाटिल ही देंगे। गुजरात में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ अहमदाबाद व सूरत में कोरोना के इलाज में कारगर रेमेडिसविर टीका की कमी भी देखने को मिल रही है। राज्य सरकार का कहना है कि इनकी कमी पूरी करने के लिए दस हजार टीके गुवाहाटी से सूरत एयरलिफ्ट कर पहुंचाए हैं। सभी इंजेक्शन किरण हॉस्पिटल के जरिए चिकित्सक व अस्पतालों के जरिए मरीजों को लगाए जाएंगे। सरकार ने ढाई हजार अतिरिक्त टीके सूरत कलक्टर को भी भेजवाए हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने शुक्रवार को कहा था कि पार्टी की ओर से पांच हजार टीके मुफ्त में वितरित होंगे। शनिवार को सूरत में 700, नवसारी में 100 तथा सुरत ग्रामीण में 200 टीके का वितरण किया गया। मुख्य प्रवक्ता मनीष दोशी ने आरोप लगाया कि सूरत, वडोदरा, राजकोट व अहमदाबाद में रेमेडिसविर की कालाबाजारी हो रही है। सरकार को हॉस्पिटल से टीका का वितरण करना चाहिए था, जिसकी बजाये भाजपा के ऑफिस से कर टीका का राजनीतिकरण कर रही है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को ही कहा था कि इंजेक्शन अस्पताल व डॉ के माध्यम से ही दिए जाएंगे, सीधे मरीज के परिजन को नहीं मिलेंगे। उनके इस बयान के बाद कांग्रेस पाटिल पर हमलावर हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा ने इसे मुद्दा बनाते हुए कहा कि जब सामान्य लोग एक एक टीके के लिए कतारों में खडे हैं, सूरत में भारी कमी है तो भाजपा अध्यक्ष के पास पांच हजार इंजेक्शन कहां से आए।