Covaxin: गुजरात के अंकलेश्वर में भी कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू, हर माह बनेंगी एक करोड़ डोज

Covaxin भारत बायोटेक के चिरोन बेहरिंग वैक्सीन संयंत्र से कोरोना रोधी वैक्सीन के पहले बैच को राष्ट्र को समर्पित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नई इकाई की उत्पादन क्षमता एक करोड़ डोज प्रतिमाह है। रविवार से इस इकाई में वैक्सीन का उत्पादन शुरू हुआ है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 29 Aug 2021 06:21 PM (IST) Updated:Sun, 29 Aug 2021 06:21 PM (IST)
Covaxin: गुजरात के अंकलेश्वर में भी कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू, हर माह बनेंगी एक करोड़ डोज
गुजरात के अंकलेश्वर में भी कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू, हर माह बनेंगी एक करोड़ डोज। फाइल फोटो

अंकलेश्वर, प्रेट्र। गुजरात के भरूच जिले के अंकलेश्वर में भारत बायोटेक के नए संयंत्र से कोरोना रोधी वैक्सीन कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू हो गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस संयंत्र से उत्पादित वैक्सीन का पहला बैच जारी किया। उन्हें इस उपलब्धि को कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई में महत्वपूर्ण क्षण बताया।भारत बायोटेक के चिरोन बेहरिंग वैक्सीन संयंत्र से कोरोना रोधी वैक्सीन के पहले बैच को राष्ट्र को समर्पित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नई इकाई की उत्पादन क्षमता एक करोड़ डोज प्रतिमाह है। रविवार से इस इकाई में वैक्सीन का उत्पादन शुरू हुआ है। सितंबर से इस संयंत्र से वैक्सीन की सप्लाई शुरू हो जाएगी।

बाद में मांडविया ने ट्वीट कर कहा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को मजबूत बनाने में टीकाकरण सबसे अहम चीज है। गुजरात के अंकलेश्वर से आज कोवैक्सीन के पहले बैच को जारी किया। इससे देश में वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ेगी और हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचाने में मदद मिलेगी।' भारत बायोटेक की तरफ से जारी बयान में मांडविया को उद्धृत करते हुए कहा गया है कि भारत का मुख्य ध्यान कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने पर है और इस लक्ष्य को हासिल करने का सबसे बेहतर तरीका तेज और कुशल टीकाकरण है। हम चाहते हैं कि हर भारतीय की वैक्सीन तक समान पहुंच हो और भारत बायोटेक के विस्तारित कोवैक्सीन उत्पादन क्षमता से इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।

कई जगहों पर हो रहा कोवैक्सीन का उत्पादन

हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक द्वारा विकसित और उत्पादित कोवैक्सीन का टीकाकरण में व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल किया जा रहा है। कंपनी ने इसका उत्पादन बढ़ाने के लिए हैदराबाद स्थिति संयंत्र के साथ ही मलुर, बेंगलुरु और पुणे परिसर में भी उत्पादन सुविधाओं का विस्तार किया है। अब अंकलेश्वर संयंत्र के चालू होने से कोवैक्सीन के उत्पादन में और तेजी आएगी।

सालाना एक अरब डोज उत्पादन का लक्ष्य

इस मौके पर मौजूद भारत बायोटेक के चेयरमैन एवं प्रबंधन निदेशक डा. कृष्णा इल्ला ने कहा कि कंपनी हर साल एक अरब डोज उत्पादन करने के लक्ष्य को हासिल करने की तरफ बढ़ रही है। कंपनी की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इल्ला ने कहा कि देश के हर कोने के साथ ही विदेश में भी कोवैक्सीन पहुंचाने के लक्ष्य के बहुत करीब पहुंच गई है। कंपनी दूसरे देशों में भी अपने सहयोगियों के साथ कोवैक्सीन का उत्पादन करने की संभावनाएं तलाश रही है। नवसारी के सांसद सीआर पाटिल और विधायक ईश्वर सिंह पटेल और दुष्यंत पटेल भी इस मौके पर मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी