जानलेवा चक्रवात: टाक्टे ने गुजरात में मचाई भारी तबाही, जनजीवन अस्तव्यस्त, 13 की मौत
गुजरात के समुद्री तट से टकराए चक्रवात टाक्टे के कारण सौराष्ट्र में भारी नुकसान हुआ है। इसकी तीव्रता धीमी पड़ गई है और यह राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। बिजली के हजारों खंभे और पेड़ धराशायी होने से राज्य के बड़े इलाके में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात के समुद्री तट से टकराए चक्रवात टाक्टे के कारण सौराष्ट्र में भारी नुकसान हुआ है। इसकी तीव्रता धीमी पड़ गई है और यह राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। बिजली के हजारों खंभे और पेड़ धराशायी होने से राज्य के बड़े इलाके में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। सरकार ने अब तक 13 लोगों के मौत की पुष्टि की है। चक्रवात से हुए नुकसान के सर्वे के बाद सरकार मुआवजा देगी। गुजरात और दीव की तबाही का जायजा लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को पहुंचने वाले हैं। उधर महाराष्ट्र से मिली खबरों के अनुसार राज्य में टाक्टे के कारण मरने वालों की संख्या 12 हो गई।
मुख्यमंत्री रूपाणी ने चक्रवात से हुए नुकसान का लिया जायजा
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी मंगलवार सुबह स्टेट इमरजेंसी सेंटर पहुंचकर चक्रवात से राज्य में हुए नुकसान का जायजा लिया। देर शाम उन्होंने मीडिया को दूसरी बार संबोधित कर बताया कि राज्य में तूफान से भारी तबाही हुई है। उन्होंने बताया कि नुकसान का सर्वे कर लोगों को मुआवजा दिया जाएगा।
चक्रवात के कारण हुई बारिश
अहमदाबाद में सोमवार शाम से ही बादल छाए रहे और लगातार बारिश होती रही। उत्तर गुजरात के मेहसाणा, पाटन, साबरकांठा, बनासकांठा में भी चक्रवात के कारण बारिश शुरू हो गई।
चक्रवात के कारण 40 हजार से अधिक वृक्ष धराशायी
प्रदेश में चक्रवात के कारण 40 हजार से अधिक वृक्ष धराशायी हुए। सरकार का दावा है कि पूर्व तैयारियों के चलते प्रदेश में जान माल का अधिक नुकसान नहीं हुआ। सौराष्ट्र का अमरेली गिर सोमनाथ पोरबंदर राजकोट भावनगर एवं बोटाद जिला चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। अहमदाबाद के कलेक्टर संदीप सांगले ने लोगों से घरों में ही रहने की अपील की। साबरमती नदी का जलस्तर घटाया जा रहा है ताकि भारी बारिश होने की स्थिति में महानगर में किसी तरह का बाढ़ या आपात स्थिति पैदा न हो।
अहमदाबाद में विमान सेवाएं बंद
अहमदाबाद एयरपोर्ट प्राधिकरण में विमान सेवाओं को बंद रखा गया। उस दौरान करीब 44 फ्लाइट रद की गई। रेलवे ने सौराष्ट्र कच्छ की 53 रेल सेवाओं को स्थगित रखा या बीच में रोक दिया। सौराष्ट्र के 425 कोविड अस्पतालों में से 122 में बिजली सेवा प्रभावित रही।
राज्य की 56 तहसीलों में एक इंच हुई बरसात
जानकारी के अनुसार राज्य की 56 तहसीलों में एक इंच बरसात हुई है जबकि 46 में चार इंच और छह तहसीलों में 6 से 12 इंच वर्षा हुई। सबसे अधिक बारिश वलसाड के उमरगाम में 14 इंच वर्षा हुई।
जायजा लेने आज आएंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार 19 मई को गुजरात के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण करेंगे। मोदी दिल्ली से सीधे भावनगर आएंगे। यहां से अमरेली, गिर सोमनाथ और भावनगर जिले का हवाई निरीक्षण करेंगे। वे केंद्र शासित दीव का भी जायजा लेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री अहमदाबाद आएंगे और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा वरिष्ठ सचिव स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर टाक्टे से हुए नुकसान का आकलन करेंगे।
मुंबई सहित समूचे कोंकण को करारा झटका दे गया टाक्टे
चक्रवात टाक्टे देश की आíथक राजधानी मुंबई सहित समूचे कोंकण क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुंचा गया है। तूफान संबंधी घटनाओं में अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है। मुंबई में रविवार रात से शुरू हुई बारिश को मई महीने में हुई रिकार्ड बरसात माना जा रहा है। सबसे ज्यादा बरसात पश्चिमी उपनगरों कांदीवली, बोरीवली और दहिसर में रिकार्ड की गई। मुंबई में 2,364 पेड़ गिरने, 56 स्थानों पर जलभराव होने और 43 स्थानों पर घर या दीवार गिरने की खबरें आई हैं। राज्य सरकार नुकसान का आकलन करने में जुटी है।
कई हजार गांव प्रभावित
तेज बारिश और करीब 114 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं से मुंबई महानगर के अलावा सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगढ़, पालघर, ठाणे के कई हजार गांव प्रभावित हुए हैं। रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में बिजली की आपूíत लड़खड़ा गई। मुंबई के निकट कल्याण और वसई-विरार में भी 30 घंटे से अधिक समय तक बिजली ठप रही।
गेटवे आफ इंडिया पर लहरों के साथ आया कचरा बड़ी मात्रा में जमा हो गया
समुद्री लहरों से गेटवे आफ इंडिया की जेट्टी के कुछ पत्थर उखड़ गए। यहां लगा लोहे का गेट भी टूट गया। मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर के अनुसार गेटवे आफ इंडिया की सेफ्टी वाल सहित आसपास कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन मुख्य वास्तु पूरी तरह सुरक्षित है। तूफान के कारण गेटवे आफ इंडिया, गिरगांव, जुहू सहित अन्य चौपाटियों पर लहरों के साथ आया कचरा बड़ी मात्रा में जमा हो गया है।
महाराष्ट्र, गुजरात व राजस्थान के सीएम से शाह ने की बात
गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों से बात की और चक्रवात टाक्टे के आने के बाद इन तीनों राज्यों की स्थिति का जायजा लिया। यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी।
राजस्थान में भारी बारिश और तेज हवाएं चलीं
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गुजरात के उनके समकक्ष विजय रूपानी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात की। उन्होंने कहा कि हालांकि राजस्थान को टाक्टे चक्रवात का सीधा असर नहीं झेलना पड़ा, लेकिन कई जिलों में इसके असर से भारी बारिश और तेज हवाएं चलती रहीं।
नुकसान एक नजर में
674 से अधिक सड़क मार्ग बाधित
79429 बिजली के खंभे गिरे
5195 गांवों में बिजली ठप
18 हजार से अधिक घर क्षतिग्रस्त
40 हजार से अधिक पेड़ धराशायी।