Cyclone Nisarga: गुजरात के समुद्री तट से टकरा सकता है तूफान निसर्ग

Cyclone Nisarga आगामी 3 से 4 जून के बीच तूफान निसर्ग गुजरात की तटवर्ती सीमा पर टकराने की आशंका है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 06:33 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 09:08 PM (IST)
Cyclone Nisarga: गुजरात के समुद्री तट से टकरा सकता है तूफान निसर्ग
Cyclone Nisarga: गुजरात के समुद्री तट से टकरा सकता है तूफान निसर्ग

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Cyclonic Storm: गुजरात पर मंडरा रहे समुद्री तूफान निसर्ग के खतरे के संबंध में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी से चर्चा कर सरकार की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही, केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया। तूफान के 3 से 4 जून के बीच समुद्री तट से टकराने की आशंका है।

अमिक शाह ने मुख्‍यमंत्री रूपाणी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए चर्चा की तथा समुद्री तूफान को लेकर यहां चल रही तैयारियों का जायजा लिया। शाह ने केंद्र की ओर से एनडीआरएफ व अन्‍य सुरक्षा संबंधी और मदद का भरोसा दिया। रूपाणी ने शाह को बताया कि सरकार ने समुद्र में गए मछुआरों को वापस बुला लिया है। तटों के आसपास निचले इलाकों में रहने वालों को मंगलवार तक सुरक्षित स्‍थलों पर जाने को कहा है। एनडीआरएफ की 10 व एसडीआरएफ की 5 टीमों को रवाना कर दिया है। गुजरात के करीब 160 गांव इस तूफान के चलते प्रभावित हो सकते हैं। इसके चलते 80 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।

मौसम विभाग के अनुसार, सूरत, वलसाड, नवसारी, डांग, भावनगर, अमरेली, दीव की समुद्री सीमा पर तूफान टकरा सकता है। गुजरात के तटवर्तीय इलाके से अरब सागर में करीब 120 किमी दूरी पर लो प्रेशर के बाद सोमवार को अचानक डीप डिप्रेशन में तब्‍दील हो जाने से दक्षिण गुजरात व सौराष्‍ट्र के कई जिलों में मौसम अचानक बदल गया तथा सोमवार को गुजरात के कई शहरों में बूंदाबादी हुई, जबकि भावनगर में भारी बारसात हुई।

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। दक्षिण गुजरात व सौराष्‍ट्र के समुद्री क्षेत्रों में खतरे के निशान वाला सिग्‍नल लगाया गया। लोगों को घर से बाहर निकलने से मना किया गया है। निचले इलाके में बसे लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में जाने के निर्देश दिए हैं। सरकार ने एनडीआरएफ की 10 तथा एसडीआरएफ की 5 टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया है। अहमदाबाद, सूरत की फायर ब्रिगेड को भी तैयार रहने को कहा है।

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