Coronavirus Gujarat Update: गुजरात में स्कूल-कॉलेज के बाद ट्यूशन क्लासेस भी बंद, कोरोना संक्रमण को टालने के लिए सरकार का अहम फैसला

Gujarat Coronavirus News Update गुजरात में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे हैं जिसे देखते हुए राज्‍य सरकार ने स्कूल-कॉलेज के बाद अब ट्यूशन क्लासेस को भी बंद कर दिया है। बच्चों में संक्रमण के खतरे को टालने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 20 Mar 2021 11:38 AM (IST) Updated:Sat, 20 Mar 2021 11:38 AM (IST)
Coronavirus Gujarat Update: गुजरात में स्कूल-कॉलेज के बाद ट्यूशन क्लासेस भी बंद, कोरोना संक्रमण को टालने के लिए सरकार का अहम फैसला
गुजरात में ट्यूशन क्लासेस को भी बंद कर दिया गया है।

अहमदाबाद,  जागरण संवाददाता। गुजरात में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है सरकार ने स्कूल-कॉलेज के बाद अब ट्यूशन क्लासेस को भी बंद करने का आदेश कर दिया है। उधर सिविल हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ जे पी मोदी ने कहा है कि डॉ अपने कर्तव्य के लिए अपनी निजी जिंदगी तक दांव पर लगा रहे हैं। गुजरात में कोरोना संक्रमण के अब तक 286864 केस सामने आ चुके हैं,  जबकि मौत का आंकड़ा 4437 हो चुका है। बाद में अब तक 66100 से अधिक लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं जबकि 2329 लोगों की महामारी के चलते मौत हो चुकी है।

 ट्यूशन क्लासेज भी 10 अप्रैल तक बंद

 दूसरे नंबर पर सूरत जहां 57500 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 983 लोगों की मौत हो चुकी है। शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चूडास्‍मा ने बताया है कि राज्य में 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा को छोड़कर सभी स्कूल, कॉलेज तथा विश्वविद्यालयों को 10 अप्रैल तक बंद करने का फैसला सरकार की ओर से किया गया था। अब राज्य में ट्यूशन क्लासेज भी 10 अप्रैल तक बंद कर दिए गए हैं। बच्चों में संक्रमण के खतरे को टालने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। 

 

 चिकित्सक कर रहे हैं रात-दिन मेहनत

उधर अहमदाबाद के सिविल अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर जे पी मोदी का कहना है कि चिकित्सक रात-दिन एक कर के लोगों को महामारी से बचाने का प्रयास कर रहे हैं। लोगों के जीवन की रक्षा के लिए चिकित्सकों ने जहां अपने जीवन को दांव पर लगा रखा है। वहीं अपने व परिवार के निजी जीवन को भी सेवा के लिए समर्पित कर रखा है। डॉक्टर मोदी का कहना है कि महामारी के दौरान सिविल अस्पताल के प्रबंधन में कई सुधार किए गए तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आज से सिविल अस्पताल लोगों को श्रेष्ठ सेवाएं प्रदान कर रहा है।

 डॉक्टर अपनी जान की चिंता किए बगैर फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स बनकर कोविड-19 स्पेशल वार्डों में विशेष सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। एडिशनल मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ राकेश जोशी बताते हैं कि कोरोना महामारी के दौरान वार्ड मैनेजमेंट स्टाफ रिलेशंस तथा अस्पताल के प्रबंधन जैसे कई विषय हमारे सामने आए जिन्हें बेहतर तरीके से संपादित किया गया। उनका कहना है कि लोगों को कोरोना महामारी से साव चेत रहने की जरूरत है तथा कोरोना से बचाव के लिए हर संभव प्रयास करते रहना चाहिए।

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