Gujarat: कांग्रेस नेता राजीव सातव वेंटिलेटर पर, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में सात गिरफ्तार

Gujarat कांग्रेस नेता राजीव सातव वेंटिलेटर पर हैं। कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें पुणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां वीरवार को उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। सातव की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 04:01 PM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 04:01 PM (IST)
Gujarat: कांग्रेस नेता राजीव सातव वेंटिलेटर पर, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में सात गिरफ्तार
कांग्रेस नेता राजीव सातव वेंटिलेटर पर, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में सात गिरफ्तार। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat: गुजरात कांग्रेस के प्रभारी व सांसद राजीव सातव वेंटिलेटर पर हैं। कोरोना संक्रमित होने के बाद उन्हें पुणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां वीरवार को उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। सातव की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। पिछले कुछ दिनों से कोविड-19 के उपचार के बावजूद उनकी तबीयत में सुधार होता नजर नहीं आ रहा था। इधर, गुजरात में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमाखोरी व कालाबाजारी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अपराध शाखा ने अहमदाबाद में छापा मारकर 300 नकली इंजेक्शन जब्त कर सात लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस तरह हुई गिरफ्तारी

अहमदाबाद अपराध शाखा को मिली सूचना के बाद स्थानीय पुलिस की मदद से अलग-अलग टीमें बनाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमाखोरी व कालाबाजारी को पकड़ने के लिए लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। अहमदाबाद के ही बापू नगर इलाके में एक शॉप से ब्लैक में इंजेक्शन बेचने की सूचना मिलने के बाद अपराध शाखा की टीम ने छापा मारा तथा 300 इंजेक्शन जब्त किए। पुलिस ने साच लोगों को भी गिरफ्तार किया, जबकि एक भागने में कामयाब हो गया। यह इंजेक्शन बिना एक्सपायरी डेट के तथा अलग से रेमडेसिविर इंजेक्शन के लेबर नहीं यहां पाए गए। पुलिस ने इनके खिलाफ मानव वध का अपराध दर्ज करने के साथ महामारी एक्ट तथा भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। नकली इंजेक्शन का नेटवर्क अहमदाबाद तथा सूरत के अलावा वडोदरा से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस को यह नेटवर्क गुजरात भर में फैला होने की आशंका है। चूंकि गिरफ्तार किए गए युवकों में कुछ इंजेक्शन बनाने वाली कंपनी में काम करने वाले शामिल हैं। अहमदाबाद में सूरत में प्रतिदिन इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं 1000 मूल्य का इंजेक्शन यहां 15 से 25000 रुपये में बेचा जा रहा है। इसके अलावा नकली इंजेक्शन की खेप में पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की चिंता को और बढ़ा दिया है।

कोरोना के हर मरीज को इंजेक्शन की आवश्यकता नहींः डॉ. तेजस पटेल 

पद्मश्री डॉक्टर तेजस पटेल का मानना है कि कोरोना के हर मरीज को इंजेक्शन की आवश्यकता नहीं है। उनका यह भी कहना है कि इंजेक्शन कोई अमृत नहीं है, जिससे लोग बीमारियां महामारी से बच जाएंगे। बिना इंजेक्शन जिन मरीजों का उपचार किया गया है, उसका तथा इंजेक्शन से ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत लगभग बराबर ही है। गैर जरूरी इंजेक्शन लेने से कई मरीजों में इसका प्रतिकूल प्रभाव भी देखा गया है। अहमदाबाद तथा सूरत में रोज हजारों की संख्या में कोरोना संक्रमित के मामले सामने आ रहे हैं। गुजरात में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या पांच लाख को पार कर गई है। बढ़ते संक्रमण से भयभीत होकर लोग जल्दी स्वस्थ होने के चक्कर में यहां वहां से इंजेक्शन लेने की होड़ में लगे हुए हैं, जिससे कालाबाजारी हो तथा जमाखोरों को चांदी हो गई है।

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