राजकोट में सौ प्रतिशत टीकाकरण के दावे को कांग्रेस ने बताया गलत, फर्जी प्रमाणपत्र बनाने का लगाया आरोप

Covid vaccination Rajkotगुजरात के राजकोट में सौ प्रतिशत टीकाकरण के दावे को कांग्रेस ने गलत बताया है। कांग्रेस का कहना है कि राजकोट में अभी भी बड़ी संख्‍या में महिला व पुरुष का टीकाकरण नहीं हुआ है। चिकित्‍सा विभाग पर भी फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप लगा है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 02:20 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 02:20 PM (IST)
राजकोट में सौ प्रतिशत टीकाकरण के दावे को कांग्रेस ने बताया गलत, फर्जी प्रमाणपत्र बनाने का लगाया आरोप
राजकोट में सौ प्रतिशत टीकाकरण के दावे को कांग्रेस ने गलत बताया

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। राजकोट में सौ प्रतिशत टीकाकरण के महानगरपालिका के दावे को कांग्रेस ने गलत बताते हुए चिकित्सा विभाग में टीकाकरण के फर्जी प्रमाण पत्र बनने का आरोप लगाया है। राजकोट कांग्रेस के नेता डॉक्टर हेमांग वसावड़ा ने सोमवार को बताया कि राजकोट महानगरपालिका शहर में कोरोना के सौ फ़ीसदी टीकाकरण का दावा कर रही है, यह सरासर गलत है। बड़ी संख्या में राजकोट में अभी भी महिला पुरुष कोरोना का टीका नहीं लगा पाए हैं। महानगर पालिका का स्वास्थ्य विभाग अगर यह दावा करता है कि महानगर में 100 फ़ीसदी टीकाकरण हो गया है तो यह एक तरह से शहर की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है तथा जनता को महामारी के भरोसे छोड़ने जैसा है।

डॉक्टर वसावड़ा के इन आरोपों का महापौर प्रदीप डाउट है खंडन करते हुए कहा है कि राजकोट महानगर पालिका ने एक अभियान चलाकर कोरोना का टीका लगाने के बाद यह आंकड़ा दिया है। अगर कोई टीकाकरण से वंचित रह गया है तो उनके लिए भी स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर टीका लगा रही है। यह हो सकता है कि किसी स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण का गलत सर्टिफिकेट बन गया हो अगर कांग्रेस नेता ऐसा आरोप लगाते हैं तो इसकी जांच होगी महानगर पालिका के अधिकारियों को इस मामले की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। कांग्रेस के आरोपों से कोरोना वॉरियर्स तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों का मनोबल टूटता है इसलिए विपक्ष को ऐसे आरोप लगाने से पहले विचार करना चाहिए।

टीकाकरण की व्यवस्था में अगर कहीं पर कोई कमी रह गई है तो उसकी जांच होगी लेकिन पूरे अभियान को ही सिरे से नकार देना अथवा फर्जी बताना गलत है। कांग्रेस नेता डॉक्टर वसावड़ा यह भी आरोप लगाया है कि जनता के टैक्स के पैसों से चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान किसी भी तरह से लापरवाही का शिकार नहीं होना चाहिए। महानगरपालिका के स्वास्थ्य अधिकारियों का यह दायित्व है कि वह कोई भी दावा करने से पहले उसके तथ्यों की जांच अवश्य करें। महानगर में जगह-जगह लोगों के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट बनाए गए हैं उनमें ऐसे लोग भी शामिल है जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगा है। अगर यह लोग टीकाकरण से वंचित रह जाते हैं तो समाज के अन्य लोगों के लिए भी वह खतरा बन सकते हैं साथ ही उनके स्वास्थ्य के सामने भी एक बड़ी चुनौती रहेगी।

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