Nal Se Jal Yojana: सीएम विजय रूपाणी बोले, गुजरात में 2022 तक हर घर को मिलेगा नल से जल

Nal Se Jal Yojana गुजराच के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान बुधवार को कहा कि देश में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्‍य 2024 रखा गया है लेकिन गुजरात में इस लक्ष्‍य को 2022 में पूरा कर लिया जाएगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 08:28 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 08:28 PM (IST)
Nal Se Jal Yojana: सीएम विजय रूपाणी बोले, गुजरात में 2022 तक हर घर को मिलेगा नल से जल
सीएम विजय रूपाणी बोले, गुजरात में 2022 तक हर घर को मिलेगा नल से जल। फाइल फोटो

अहमदाबाद, शत्रुघ्‍न शर्मा। गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात में हर घर तक नल से जल पहुंचाने का काम 2022 में पूरा कर लिया जाएगा। शहरों व गांवों को इसमें शामिल करने के साथ अब झोपड़ों व कच्‍ची बस्तियों में रहने वाले परिवारों को भी नल से जल मिलेगा। गांधीनगर, मेहसाणा,पोरबंदर सहित पांच शहरों के सौ फीसदी घरों में इस योजना का अमल हो चुका है। मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात विधानसभा में चल रहे बजट सत्र के दौरान बुधवार को कहा कि देश में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्‍य 2024 रखा गया है, लेकिन गुजरात में इस लक्ष्‍य को 2022 में पूरा कर लिया जाएगा। आदिवासी व पर्वतीय इलाकों में पाली को लिफ्ट कराकर पेजयल उपलब्‍ध कराया जा रहा है। अब झोपड़ों व कच्‍ची बस्तियों में रहने वाले परिवारों को भी नल से जल मिलेगा।

सौराष्‍ट्र के कई इलाकों में क्षारयुक्‍त व फ्लोराइड वाले पानी से लोगों के दांत पीने हो जाने व हड्डियों के टेढ़ा पड़ने की समस्‍या थी। इन इलाकों में वाटर प्‍यूरिफायर से फिल्‍टर किया गया पानी उपलब्‍ध कराया जा रहा है। जलापूर्ति मंत्री कुंवरजी बावलिया ने बताया कि राज्‍य के 82 फीसद परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्‍ध कराया जा रहा है। कांग्रेस अध्‍यक्ष व विधायक अमित चावड़ा और विधायक वीरजी ठुमर ने सदन में राज्‍य के कई गांवों में पेयजल संकट का मुद्दा उठाया था। उपमुख्‍यमंत्री नितिन पटेल ने बजट भाषण में बताया था कि हर घर तक नल से जल योजना के तहत गांधीनगर, मेहसाणा,पोरबंदर, बोटाद व आणंद जिले के सौ फीसद घरों में नल से जल पहुंचाया जा रहा है। राज्‍य के शेष 17 लाख 78 हजार घरों तक नल से जल पहुंचाने के लिए 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सौराष्‍ट्र व कच्‍छ के समुद्री किनारे के गांवों में चार जगह खारे पानी को पीने योग्‍य बनाने के लिए 27 करोड़ लीटर क्षमता के डिसेलीनेशन प्‍लांट के लिए 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

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