Gujarat: जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार व रेशमा पटेल के खिलाफ आज तय हो सकते हैं आरोप

Gujarat अदालत ने मेवाणी कन्हैया व रेशमा पटेल को अदालत में उपस्थित रहने के आदेश दिए हैं। एनसीपी नेता रेशमा पटेल ने बताया कि वह आरोपों का सामना करने के लिए अदालत पहुंच रही है जबकि मेवाणी व कन्हैया कुमार के भी उपस्थित रहने की संभावना है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Mar 2021 02:43 PM (IST) Updated:Fri, 26 Mar 2021 02:43 PM (IST)
Gujarat: जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार व रेशमा पटेल के खिलाफ आज तय हो सकते हैं आरोप
जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार व रेशमा पटेल के खिलाफ आज तय हो सकते हैं आरोप। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat: ऊना दलित उत्पीड़न की घटना की पहली बरसी पर उत्तर गुजरात के मेहसाणा से आजादी कूच के आयोजन को लेकर निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी, जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महिला मोर्चा अध्यक्ष रेशमा पटेल के खिलाफ शुक्रवार को आरोप तय हो सकते हैं। गुजरात की स्थानीय अदालत ने मेवाणी, कन्हैया व रेशमा पटेल को अदालत में उपस्थित रहने के आदेश दिए हैं। एनसीपी नेता रेशमा पटेल ने बताया कि वह आरोपों का सामना करने के लिए अदालत पहुंच रही है, जबकि मेवाणी व कन्हैया कुमार के भी उपस्थित रहने की संभावना है। हालांकि गुजरात विधानसभा का सत्र प्रारंभ होने के चलते जिग्नेश अदालत में पेश होंगे कि नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है।

जुलाई 2017 में राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच की ओर से मेहसाणा से ऊना तक एक समारोह का आयोजन किया गया था। दलित उत्पीड़न कांड के एक साल पूरा होने को लेकर दलित अधिकार मंच की ओर से यह आयोजन किया गया था। सात दिवस तक यह आजादी मार्ग चलने वाला था, लेकिन इसके पहले ही दिन में थाना पुलिस ने इसकी परमीशन रद करते हुए जिग्नेश मेवाणी, कन्हैया कुमार तथा रेशमा पटेल सहित 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। गैर कानूनी गतिविधि करने के आरोप पुलिस ने इन सामाजिक कार्यकर्ताओं पर लगाया था। हालांकि मेवाणी बाद में वडगाम से चुनाव लड़े तथा विधायक चुन लिए गए तथा रेशमा पटेल भाजपा की सदस्यता लेकर उसे भी छोड़ दिया। हाल में एनसीपी की महिला मोर्चा अध्यक्ष उधर कन्हैया कुमार भी पिछला लोकसभा चुनाव लड़कर हार चुके हैं। तीन साल तक चली जांच के बाद पुलिस इस मामले में अब आरोप तय करेगी तथा आरोपितों को इस दौरान कोर्ट में उपस्थित रहने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। इस मामले पर प्रदेश में खूब राजनीति हुई थी। काफी समय पर यह मामला सुर्खियों में रहा था। 

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