Gujarat Politics: हिंदुत्व के बाद गाय के मुद्दे पर गुजरात में भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने
Gujarat गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि उनकी सरकार ने गुजरात में गोवध प्रतिबंधित कर कसाइयों को जेल भेजने का काम किया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धनाणी ने कहा कि भाजपा केवल राम व गाय के मुद्दे पर राजनीति करती है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। हिंदुत्व के बाद गुजरात में अब भाजपा और कांग्रेस गाय के मुद्दे पर आमने-सामने हैं। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि उनकी सरकार ने गुजरात में गोवध प्रतिबंधित कर कसाइयों को जेल भेजने का काम किया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धनाणी ने कहा कि भाजपा केवल राम व गाय के मुद्दे पर राजनीति करती है। जनता उन्हें आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी। कांग्रेस 2022 के चुनाव से पहले गुजरात बचाओ अभियान शुरू करेगी। उपमुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि गाय हजारों वर्षों से पूजनीय है। सरकार गौशालाओं को अनुदान देती है। सरकार गौशालाओं को सस्ता चारा व पोषाहार उपलब्ध कराती है। गौसेवा हमारा संस्कार है। गौरक्षा के लिए जनसंघ के जमाने से हम संघर्ष करते आए हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी गौशालाओं को सभी तरह की मदद दी गई। नेता विपक्ष परेश धनाणी ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है। सिर्फ राम व गाय के मुद्दे पर राजनीति करती है। गुजरात में विकास के नाम पर भय व भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है।
गत दिनों उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि देश में लोकतंत्र, संविधान, कानून व पंथनिरपेक्षता तभी तक सुरक्षित है जब तक हिंदू बहुसंख्यक हैं। उनके इस बयान का समर्थन करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने अफगानिस्तान में तालिबान का उदाहरण देते हुए कहा था कि आज वहां कोई कानून और संविधान नहीं है। तालिबानियों ने बंदूक के दम पर सत्ता पर काबिज हो गए। पाटिल ने कहा कि नीतिन भाई ने हालात को देखते हुए भविष्य की आशंकाओं से आगाह किया है। उपमुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि 25 साल से भाजपा सत्ता में है मुद्रदों के बजाए अब ऐसे विवाद खडे कर रहे हैं। जनसंख्या किसी राज्य की नहीं देश की समस्या है, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य व जागरुकता कम है वहां इसकी समस्या है। केरल, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर में ऐसी समस्या नहीं है। मोढवाडिया का यह भी कहना है कि देश संविधान से चलता है किसी की मर्जी से नहीं। भाजपा को महंगाई, गरीबी, बेकारी, कोरोना में अपनों को खोने वालों की बात करनी चाहिए बजाए संवेदनशील मुद्दों के। देश हजारों सालों से है, कई हमलावर आए, चले गए या यहीं पर बस गए लेकिन हिंदुस्तान आज भी वैसा ही है।