Gujarat Police Recruitment 2021: लोक रक्षक के लिए 8 लाख ने दी अर्जी, चुनाव से पहले खुला नौकरियां का पिटारा
Gujarat Police Recruitment 2021 गुजरात में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एलआरडी के साढे़ दस हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की थी जिसके लिए 8 लाख युवक युवतियों ने आवेदन किया है। जिसमें से 6 लाख के करीब आवेदन स्वीकृत किये जा चुके हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात पुलिस (Gujarat Police) में लोक रक्षक दल (एलआरडी) में भर्ती के लिए करीब 8 लाख युवक युवतियों ने आवेदन किया है। विभाग ने गत दिनों एलआरडी के साढे़ दस हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की थी। सरकार ने पंचायत विभाग में भी 10 हजार से अधिक पदों पर भर्ती का ऐलान किया है।
गुजरात एलआरडी पदों पर भर्ती के लिए 7 लाख 70 हजार युवक युवतियों ने आवेदन किया जिसमें से 6 लाख के करीब आवेदन स्वीकृत किये जा चुके हैं। इनमें 4 लाख 35 हजार युवक तथा 1 लाख 65 हजार युवतियां शामिल हैं। एलआरडी से कांस्टेबल बनने के लिए अभ्यर्थी को 12 साल इस पद पर काम करना पडता है। इनका वेतन करीब 20 हजार रु होता है। गुजरात पुलिस विभाग ने लोक रक्षक दल में 10459 पदों पर भर्ती का ऐलान किया था।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हंसमुख पटेल के अनुसार 10459 पदों पर भर्ती के लिए 12 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकेगा। महिलाओं के लिए 1983 पद आरक्षित रहेंगे। हंसमुख पटेल ने युवतियों को मुख्यधारा में लाने के लिए उनके अभिभावकों से अपील की है कि इन पदों पर भर्ती के लिए युवतियों का अधिक से अधिक आवेदन कराएं। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में पुलिस, पंचायत, शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग में खाली पदों पर भर्ती के लिए सरकार ने यह प्रक्रिया शुरु की है। गत दिनों पुलिसकर्मियों की वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर किये गये आंदोलन में इनकी संख्या सबसे अधिक थी। एलआरडी कर्मचारी 28 हजार रुपये तक वेतन किये जाने की मांग कर रहे हैं। आंदेालनकारी व पुलिस के बीच हुए समझौते के बाद एक 5 सदस्यीएय समिति का गठन किया गया है।
जोडो गुजरात पुलिस
गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया के निर्देश पर पुलिस जवानों के आंदोलन के मामले में 25 जवानों को गिरफ्तार किया गया है जबकि आंदोलन का समर्थन करने वाले 571 के खिलाफ जांच शुरु की गई है। गत सपताह पे ग्रेड की मांग को लेकर पुलिस के जवान आंदोलन पर उतर आए थे। जवानों के साथ उनके परिवार के लोग भी धरने पर उतर गये थे। गांधीनगर में परिवार के सदस्यों की गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के साथ बैठक के बाद धरना व प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया था लेकिन पुलिस विभाग ने इस मामले में करीब एक दर्जन मामले दर्ज कर जांच शुरु कर दी थी। सरकार व डीजीपी ने पुलिस विभाग में आंदोलन को गंभीरता से लिया है।