Coronavirus: गुजरात में कोरोना के 30 नए मामले

Coronavirus गुजरात में अब तक कोरोना से 10076 लोगों की मौत हो चुकी है। अहमदाबाद महानगर पालिका में पांच केस दर्ज किए गए जबकि सूरत में तीन वडोदरा में दो गांधीनगर जूनागढ़ व राजकोट में एक-एक केस दर्ज हुआ।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 08:51 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 08:51 PM (IST)
Coronavirus: गुजरात में कोरोना के 30 नए मामले
गुजरात में कोरोना के 30 नए मामले। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता। गुजरात में रविवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 30 केस दर्ज किए गए। जबकि पिछले एक सप्ताह से गुजरात में कोरोना से एक भी मौत दर्ज नहीं हुई। राज्य में अब तक कोरोना से 10076 लोगों की मौत हो चुकी है। अहमदाबाद महानगर पालिका में पांच केस दर्ज किए गए, जबकि सूरत में तीन, वडोदरा में दो, गांधीनगर, जूनागढ़ व राजकोट में एक-एक केस दर्ज हुआ। राज्य के विभिन्न जिलों में कोरोना संक्रमण के केस इस प्रकार रहे। दाहोद में छह, सूरत में तीन, वडोदरा में दो, अमरेली, आणंद, भरूच, डांग, जूनागढ़, मेहसाणा में एक-एक केस दर्ज हुआ। राज्य में अब तक आठ लाख 24713 लोग कोरोना से संक्रमित हुए, जिनमें से आठ लाख 14307 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच गए। रविवार को तीन लाख 22664 लोगों को टीका लगाया है। राज्य में अब तक तीन करोड़ 16 लाख 30281 टीके लगाए जा चुके हैं।

राज्य में कई जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। इनमें अहमदाबाद, अरवल्ली, बनासकांठा, भावनगर, बोटाद, छोटा उदेपुर, देवभूमि द्वारका, गांधीनगर, गिर सोमनाथ, जामनगर, खेड़ा, कच्छ, महीसागर, मोरबी, नर्मदा, नवसारी, पंचमहाल, पाटण, पोरबंदर, राजकोट, साबरकांठा, सुरेंद्रनगर, तापी, वलसाड शामिल है। शनिवार को राज्य में कोरोना के 39 केस सामने आए, जबकि मौत का एक भी आंकड़ा दर्ज नहीं हुआ। शनिवार को पिछले 24 घंटे में अहमदाबाद महानगर पालिका में 10, सूरत में आठ, वडोदरा में चार, गांधीनगर तथा जूनागढ़ महानगर पालिका में कोरोना का एक-एक केस दर्ज हुआ। गांधीनगर में चार अमरेली में दो, वडोदरा में दो, भरूच में एक, दाहोद में एक, जूनागढ़ में एक, नवसारी, पोरबंदर, राजकोट, सूरत जिले में भी एक-एक केस दर्ज किया गया। 

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि कोरोना से जूझने के दौरान भगवान बुद्ध के विचार अब और भी प्रासंगिक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने दिखाया है कि बौद्ध धर्म के संस्थापक द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर कैसे सबसे कठिन चुनौती का सामना किया जा सकता है। आषाढ़ पूर्णिमा और धम्म चक्र दिवस कार्यक्रम में अपने संदेश में उन्होंने कहा कि त्रासदी के समय दुनिया ने भगवान बुद्ध की शिक्षाओं की शक्ति को महसूस किया है।

chat bot
आपका साथी