गुजरात में 24 हजार गर्भपात किट जब्त, आठ गिरफ्तार

Gujarat अहमदाबाद निवासी आरोपित पिंटू शाह गर्भपात किट अवैध रूप से डिस्ट्रीब्यूटर विनोद माहेश्वरी व लोकेश माहेश्वरी से खरीदता था और बिना किसी पर्ची के आनलाइन बेच देता था। पिंटू व विनोद ने किट की खरीद फर्जी पर्ची के जरिये सूरत निवासी जावेरी सांगला से की थी।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:14 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:14 PM (IST)
गुजरात में 24 हजार गर्भपात किट जब्त, आठ गिरफ्तार
गुजरात में 24 हजार गर्भपात किट जब्त, आठ गिरफ्तार। फाइल फोटो

अहमदाबाद, प्रेट्र। गुजरात में फूड एंड ड्रग्स कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीसीए) ने 24,363 गर्भपात किट व मादक पदार्थों को जब्त करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। गर्भपात किट की कीमत 1.5 करोड़ रुपये बताई जाती है। एफडीसीए आयुक्त हेमंत कोशिया ने बताया कि मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेगनेंसी एक्ट के तहत गर्भपात किट को केवल स्त्री रोग विशेषज्ञ की पर्ची पर ही बेचा जा सकता है। अहमदाबाद निवासी आरोपित पिंटू शाह गर्भपात किट अवैध रूप से डिस्ट्रीब्यूटर विनोद माहेश्वरी व लोकेश माहेश्वरी से खरीदता था और बिना किसी पर्ची के आनलाइन बेच देता था। पिंटू व विनोद ने किट की खरीद फर्जी पर्ची के जरिये सूरत निवासी जावेरी सांगला से की थी। सांगला ने उन्हें मुंबई की एक कंपनी के सेल्स मैनेजर (गुजरात) राजेश यादव से खरीदा था। अन्य आरोपितों में मुंबई की कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर निलय वोरा, विपुल पटेल व मोनिश पांचाल शामिल हैं, जिनके पास से 700 गर्भपात किट बरामद हुई हैं। एक अन्य आरोपित तुषार ठक्कर के पास से ड्रग्स की बरामदगी हुई है।

गौरतलब है कि कोरोना महामारी के दौरान गुजरात में बीते दो माह में पुलिस ने सवा सौ मुन्ना भाई एमबीबीएस की धरपकड़ की है। गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग तथा गुजरात पुलिस को लगातार फर्जी डॉक्टरों के बारे में मिल रही शिकायतों के बाद एक अप्रैल से 31 मई तक प्रदेश के ग्रामीण वह कस्बाई इलाकों में फर्जी डॉक्टर बन कर लोगों का इलाज करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया गया। उत्तर गुजरात तथा सौराष्ट्र में बड़ी संख्या में फर्जी डॉक्टर पकड़े गए। भरूच में सबसे अधिक 26 फर्जी डॉक्टरों को पकड़ा गया। इसके अलावा 16 नर्मदा में, 9 आणंद में भी फर्जी डॉक्टर पकड़े गए। ड्रग्स विभाग एवं पुलिस अधिकारियों ने इनके पास से एलोपैथिक दवाएं इंजेक्शन तथा नकदी के अलावा कई तरह के मेडिकल उपकरण जप्त किए।

कोरोना महामारी के दौरान जहां गांव गांव में लोग संक्रमित हो रहे थे वही इस दौरान ऐसे फर्जी डॉक्टरों को भी चांदी हो गई। पुलिस को तीन चिकित्सकों के खिलाफ कई शिकायतें भी मिली। खेड़ा आणंद में एक व्यक्ति ने कोरोना से संक्रमित अपनी मां का इलाज ऐसे ही एक डॉक्टर से कराया, जिससे उसकी मां की तबीयत अधिक खराब हो गई। आनन-फानन उन्हें सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां वरिष्ठ चिकित्सक की देखरेख में उपचार करने पर जान बच सकी।

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