विश्व कप क्वालीफाइंग मैच: फुटबाल वर्ल्ड कप 2022 के लिए जर्मनी ने सबसे पहले किया क्वालीफाई

जर्मनी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आठ मैचों में सात जीत हासिल की। टीम को मार्च में डुइसबर्ग में उत्तरी मेसिडोनिया के खिलाफ 1-2 से उलटफेर का सामना करना पड़ा था जो उसकी एकमात्र हार रही। जर्मनी ने अपने चारों गोल दूसरे हाफ में दागे।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 09:33 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 09:33 PM (IST)
विश्व कप क्वालीफाइंग मैच: फुटबाल वर्ल्ड कप 2022 के लिए जर्मनी ने सबसे पहले किया क्वालीफाई
जर्मनी फुटबाल टीम के खिलाड़ी (एपी फोटो)

बर्लिन, एपी। जर्मनी ने यूरोप के ग्रुप-जे फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग मुकाबले में काफी गलतियां करने के बावजूद उत्तरी मेसिडोनिया को 4-0 से हराकर 2022 फुटबाल विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाला पहला देश बना।

जर्मनी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आठ मैचों में सात जीत हासिल की। टीम को मार्च में डुइसबर्ग में उत्तरी मेसिडोनिया के खिलाफ 1-2 से उलटफेर का सामना करना पड़ा था जो उसकी एकमात्र हार रही। जर्मनी ने अपने चारों गोल दूसरे हाफ में दागे। टीम की ओर से टिमो वर्नर ने सर्वाधिक दो गोल दागे जबकि केई हावर्ट्ज और जमाल मुसियाला ने एक-एक गोल किया। जर्मनी की उनके नए कोच हैंसी फ्लिक के मार्गदर्शन में पांच मैचों में यह पांचवीं जीत है। 2018 विश्व कप में जर्मनी की टीम पहले दौर से बाहर हो गई थी।

मैच के पहले हाफ में जर्मनी के खिलाड़ी एक-दूसरे को ठीक से गेंद पास नहीं कर पाए और गोल करने के मिले कुछ मौकों का फायदा भी नहीं उठा सके। पहला हाफ गोलरहित रहा। दूसरे हाफ में मुलर ने गेंद केई हावर्ट्ज की तरफ भेजी जिन्होंने 50वें मिनट में गोल करके जर्मनी का मैच में खाता खोल दिया। कोच हैंसी की टीम इस हाफ में ज्यादा आक्रामक होकर खेली और इसका फायदा उसे गोल के रूप में मिला। वर्नर ने 70वें मिनट में गोल करके जर्मनी को 2-0 से आगे कर दिया और इस बार भी मुलर ने गेंद अच्छे तरीके से पास की। वर्नर ने इसके तीन मिनट बाद ही फिर से एक और गोल दाग दिया। फिर 83वें मिनट में स्थानापन्न खिलाड़ी जमाल मुसियाला ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल करके जर्मनी का जीत का अंतर बढ़ा दिया।

ग्रुप-जे में जर्मनी के अलावा रोमानिया और आइसलैंड भी जीत दर्ज करने में सफल रहे। रोमानिया ने आर्मेनिया को 1-0 जबकि आइसलैंड ने लिचटेनस्टीन को 4-0 से हराया। रोमानिया ग्रुप में 13 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। उसने उत्तरी मेसिडोनिया और आर्मेनिया पर एक अंक की बढ़त बना रखी है। आइसलैंड के आठ जबकि लिचटेनस्टीन का एक अंक है। वहीं, तुर्की ने भी इंजुरी समय के नौवें मिनट में पेनाल्टी पर बुराक यिल्माज के गोल की बदौलत लातविया को 2-1 से हराकर क्वालीफाई करने की उम्मीदों को जीवंत रखा है। जर्मनी की अंडर-21 टीम के पूर्व कोच स्टीफन कुंट्ज का तुर्की की टीम के कोच के रूप में यह पहला मुकाबला था।

उधर, रोटरडम में मेंफिस डेपाय ने दो गोल किए और दो गोल में मदद की लेकिन एक पेनाल्टी पर गोल करने से चूक गए जिससे नीदरलैंड्स ने जिब्राल्टर को 6-0 से हराकर क्वालीफाई करने की ओर मजबूत कदम बढ़ाए। ग्रुप-जी में नीदरलैंड्स ने नार्वे पर दो जबकि तुर्की पर चार अंक की बढ़त बना रखी है। ग्रुप-एच में क्रोएशिया ने ड्रा और रूस ने जीत के साथ कम से कम प्लेआफ में खेलना तय कर लिया है। ग्रुप-ई में वेल्स ने कीफर मूर के गोल की बदौलत एस्टोनिया को 1-0 से हराकर बेल्जियम के क्वालीफाई करने के इंतजार को बढ़ा दिया। वेल्स और चेक गणराज्य के समान अंक हैं जिसने बेलारूस को 2-0 से हराया। चेक गणराज्य ने हालांकि एक मैच अधिक खेला है। बेल्जियम की टीम पांच अंक से आगे है और उसका क्वालीफाई करना लगभग तय है।

ग्रुप-जी में डेपाय ने बार्सिलोना की ओर से खराब क्लब सत्र को पीछे छोड़ते हुए शानदार प्रदर्शन किया। उनके नाम पर इस साल नीदरलैंड्स की ओर से 14 गोल हो गए हैं और उन्होंने राष्ट्रीय टीम की ओर से एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक 12 गोल के पैट्रिक क्लुवर्ट के रिकार्ड को तोड़ा। नीदरलैंड्स ने नार्वे पर दो अंक की बढ़त बना रखी है जिसने मोंटेनेग्रो को 2-0 से हराया। ग्रुप-एच में क्रोएशिया ने मिडफील्डर लुका मौड्रिक के फ्री किक पर दागे गोल की बदौलत स्लोवाकिया को 2-2 से बराबरी पर रोका। रूस पुराने प्रतिद्वंद्वी स्लोवेनिया को 2-1 से हराकर ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच गया। विश्व कप में क्वालीफाई करने के लिए 2018 विश्व कप के उप विजेता क्रोएशिया को अब रूस को हराना होगा। एक अन्य मैच में माल्टा ने साइप्रस को 2-2 से बराबरी पर रोका।

सैफ चैंपियनशिप में करो या मरो के मुकाबले में भारत का सामना मालदीव से

माले, प्रेट्र। खराब फार्म से जूझ रही भारतीय पुरुष टीम सैफ चैंपियनशिप के आखिरी लीग मैच में मेजबान मालदीव से खेलेगी और 'करो या मरो' के इस मुकाबले में जीत ही उसे बाहर होने से बचा सकती है। ड्रा या हार की दशा में भारत फाइनल की दौड़ से बाहर हो जाएगा और यह पिछले कुछ साल में उसका सबसे खराब प्रदर्शन होगा। इससे भारतीय टीम के कोच इगोर स्टिमक को हटाने की मांग भी जोर पकड़ने लगेगी।

सात बार की चैंपियन भारतीय टीम इससे पहले 2003 में तीसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद से 11 सत्रों में भारत ने या तो खिताब जीता या उपविजेता रहा। पांच टीमों के टूर्नामेंट में शीर्ष चार टीमें 16 अक्टूबर को होने वाले फाइनल की दौड़ में रहेंगी। भारत के दो ड्रा और एक जीत के बाद पांच अंक है और वह तीसरे स्थान पर है। मालदीव (तीन मैचों में छह अंक) और नेपाल (तीन मैचों में छह अंक) उससे ऊपर है। नेपाल का सामना बांग्लादेश से होगा।

दो बार की चैंपियन मालदीव को हराना भारत के लिए कभी आसान नहीं रहा। मालदीव ने हमेशा भारतीय टीम को कड़ी चुनौती दी है। अली अशफाक की अगुआई वाली मालदीव ने पहले मैच में नेपाल से मिली हार के बाद बांग्लादेश और श्रीलंका को हराया। भारतीय कप्तान सुनील छेत्री की तरह मालदीव के प्रदर्शन का दारोमदार भी 36 वर्ष के अशफाक पर है। उन्होंने इस टूर्नामेंट में टीम के तीन गोल में से दो किए हैं।

दूसरी ओर भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ अनुभवी संदेश झिंगन की कमी खली। एक गोल से बढ़त बनाने के बावजूद भारतीय टीम को ड्रा से संतोष करना पड़ा। श्रीलंका के खिलाफ छेत्री फार्म में नहीं थे और वह मैच भी गोलरहित ड्रा रहा। नेपाल के खिलाफ छेत्री ने निर्णायक गोल किया लेकिन सवाल यह है कि कब तक टीम 37 वर्ष के इस स्ट्राइकर पर निर्भर रहेगी।

भारतीय महिला टीम का सामना चीनी ताइपे से

मनामा, प्रेट्र। भारतीय महिला फुटबाल टीम को बुधवार को यहां अंतरराष्ट्रीय मैत्री मैच में खुद से बेहतर रैंकिंग वाली चीनी ताइपे की टीम का सामना करना है, जो हाल के दिनों में उसकी सबसे कठिन परीक्षा होगी। भारतीय टीम ने रविवार को अपने पिछले मुकाबले में दबदबा कायम करते हुए बहरीन को 5-0 से हराया और विश्व रैंकिंग में 40वें स्थान पर काबिज चीनी ताइपे के खिलाफ होने वाले मैच के लिए उसका आत्मविश्वास बढ़ा होगा।

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