ISL में ईस्ट बंगाल को एंट्री दिलाने आगे आई ममता, कहा-फुटबॉल के बिना बंगाल अधूरा

ममता बनर्जी ने कहा फुटबॉल के बिना बंगाल अधूरा है। हम लोग सभी क्लबों को पसंद करते हैं और चाहते हैं कि ईस्ट बंगाल आइएसएल में खेले।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Wed, 02 Sep 2020 11:20 PM (IST) Updated:Wed, 02 Sep 2020 11:20 PM (IST)
ISL में ईस्ट बंगाल को एंट्री दिलाने आगे आई ममता, कहा-फुटबॉल के बिना बंगाल अधूरा
ISL में ईस्ट बंगाल को एंट्री दिलाने आगे आई ममता, कहा-फुटबॉल के बिना बंगाल अधूरा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। फुटबॉल को लेकर कोलकाता के लोगों में दीवानगी हद तक होती है। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की मालिकाना हक वाली टीम एटलेटिको डे कोलकाता इंडियन सुपर लीग में भी खेलती है। इस साल देश के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट आइएसएल में ईस्ट बंगाल टीम का खेलना तय नहीं था। इसकी वजह ये थी कि क्लब के पास स्पॉन्सर नहीं था। क्लब को लगभग 40 करोड़ रुपये की जरूरत थी।

आइएसएल में कौन से 10 क्लब खेलने वाले हैं, ये भी तय हो चुका था। क्लब के करोड़ों प्रशंसक निराश हो चुके थे कि इस साल आइएसएल में ईस्ट बंगाल की टीम नहीं खेल पाएगी। हालांकि ईस्ट बंगाल की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी मोहन बागान को आइएसएल में पहले ही एंट्री मिल चुकी थी।

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ऐसी स्थिति में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहल करते हुए नीता अंबानी और आइएसएल के अधिकारियों के साथ बातचीत शुरू की। नतीजा यह रहा कि बुधवार को ईस्ट बंगाल क्लब को श्री सीमेंट कंपनी के रूप में नया स्पॉन्सर मिल गया। अब ईस्ट बंगाल का आइएसएल में खेलना लगभग तय है।

ममता ने बुधवार को खुद इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'फुटबॉल के बिना बंगाल अधूरा है। हम लोग सभी क्लबों को पसंद करते हैं और चाहते हैं कि ईस्ट बंगाल आइएसएल में खेले।'

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उन्होंने कहा कि ईस्ट बंगाल क्लब के करोड़ों प्रशंसक दुनियाभर में हैं। इस दिन मुख्यमंत्री ने ईस्ट बंगाल क्लब के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। इधर, राजनीति के जानकारों का मानना है कि क्लब के समर्थक जब टेंशन में थे, उसी समय ममता के इस इंजरी टाइम गोल से अगले साल बंगाल चुनाव में उनको बहुत मदद मिल सकती है। 

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