यूरोपियन सुपर लीग टूटी, लिवरपूल और मैनचेस्टर सिटी समेत कई क्लबों ने हटने का फैसला किया
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के छह क्लबों आर्सेनल चेल्सी लिवरपूल मैनचेस्टर सिटी मैनचेस्टर युनाइटेड और टॉटनहम क्लबों ने 20 टीमों की यूरोपियन सुपर लीग से हटने की पुष्टि की जिसके बाद यूरोपियन सुपर लीग ने घोषणा की कि वह इस परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए कदम उठाएगा।
मैनचेस्टर, रायटर। फुटबॉल जगत में पिछले दो दिनों में काफी हलचल रही है। पहले एक बड़े फुटबॉल लीग के शुरुआत की घोषणा हुआ जिसमें बड़े- बड़े क्लब के नाम सामने आए। अब एक दिन बाद ही इन क्लबों के अपने कदम पीछे लेने की खबर आई है। जानकारी के मुताबिक यूरोपियन सुपर लीग को शुरू करने की योजना खटाई में पड़ती दिख रही है।
यूरोपियन सुपर लीग को बुधवार को उस समय झटका लगा जब 12 में से आठ क्लबों ने इस लीग से हटने का फैसला किया। इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के छह क्लबों आर्सेनल, चेल्सी, लिवरपूल, मैनचेस्टर सिटी, मैनचेस्टर युनाइटेड और टॉटनहम क्लबों ने 20 टीमों की यूरोपियन सुपर लीग से हटने की पुष्टि की, जिसके बाद यूरोपियन सुपर लीग ने घोषणा की कि वह इस परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए कदम उठाएगा।
इसके कुछ देर बाद ही इटली के इंटर मिलान, एसी मिलान और स्पेनिश क्लब एटलेटिको मैड्रिड ने भी लीग से हटने का फैसला किया। क्लबों के प्रशंसक, नेता, फुटबॉल अधिकारियों ने इन क्लबों पर लीग से हटने का काफी दबाव बनाया था और हर जगह इस लीग की आलोचना भी हो रही थी।
सुपर लीग ने बुधवार को कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए हम परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त कदमों पर पुनर्विचार करेंगे। हमारा उद्देश्य इस खेल को विकसित करना है। कोरोना वायरस महामारी के परिणामस्वरूप पूरे फुटबॉल समुदाय की वित्तीय कठिनाइयों को दूर करना भी हमारा लक्ष्य है।
हालांकि अभी तक 12 फाउंडर टीमों में शामिल स्पेनिश क्लब बार्सिलोना और रीयल मैड्रिड ने लीग से हटने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। इससे पहले इंग्लैंड, स्पेन और इटली की कुल 12 शीर्ष यूरोपीय टीमों ने सोमवार को घोषणा की थी कि वे अपनी लीग बनना चाहते हैं। इसमें 15 स्थायी सदस्यों के साथ 20 टीमें शामिल थीं।