Fact Check Story: 2012 में श्रीनगर के सूफी दरगाह में लगी आग की घटना की तस्वीर को त्रिपुरा के नाम पर सांप्रदायिक दावे से किया जा रहा वायरल
त्रिपुरा हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में आग की लपटों से घिरी इमारत को देखा जा सकता है। सांप्रदायिक रंग देकर वायरल की जा रही इस तस्वीर को दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर त्रिपुरा में हुई हिंसा से संबंधित है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। त्रिपुरा हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर में आग की लपटों से घिरी इमारत को देखा जा सकता है। सांप्रदायिक रंग देकर वायरल की जा रही इस तस्वीर को दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर त्रिपुरा में हुई हिंसा के दौरान मस्जिद में लगाई गई आग की घटना से संबंधित है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रही तस्वीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में लगी आग की पुरानी घटना से संबंधित है। यह घटना 2013 की है और इसी की तस्वीर को त्रिपुरा के नाम से मस्जिद में लगी आग के गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह तस्वीर टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 26 जून 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली।
दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर श्रीनगर के ऐतिहासिक सूफी धार्मिक स्थल में लगी आग की तस्वीर है। न्यूज सर्च में हमें ndtv.in की वेबसाइट पर 25 जून 2012 को प्रकाशित आर्टिकल मिला, जिसमें इस घटना की जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 'जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह सोमवार सुबह आग की चपेट में आ गई। वैसे अधिकारियों ने कहा है कि दरगाह में रखे पीर दस्तगीर के अवशेष पूरी तरह से सुरक्षित है।'
कई अन्य रिपोर्ट में भी इस घटना का जिक्र है। एक अन्य हिंदी चैनल के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर 2012 में अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन में इस घटना की जानकारी है और इसमें नजर आ रहा दृश्य वायरल हो रहे दृश्य से मेल खाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 'दरगाह में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी और इस वजह से काफी नुकसान हुआ।' हमारी पड़ताल से यह स्पष्ट है कि त्रिपुरा में मस्जिद में लगाई गई आग की तस्वीर के दावे के साथ वायरल फोटो श्रीनगर स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में वर्ष 2012 में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग की तस्वीर है।
गौरतलब है कि त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद त्रिपुरा पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी वीडियो अपील में लोगों से फेसबुक और ट्विटर पर किसी तरह का अफवाह नहीं फैलाने की अपील की गई है। हालांकि, इसके बावजूद सोशल मीडिया पर भ्रामक या गलत दावे के साथ वीडियो और तस्वीरों को साझा किए जाने की प्रवृत्ति में कमी नहीं आई है।
हमारी पड़ताल से यह साबित होती है कि त्रिपुरा हिंसा के दौरान मस्जिद में लगाई गई आग के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में स्थित ऐतिहासिक पीर दस्तगीर साहिब दरगाह में वर्ष 2012 में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग की घटना से संबंधित है, जिसे त्रिपुरा के नाम पर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज की इस फैक्ट चेक रिपोर्ट में इस दावे की विस्तृत पड़ताल और जांच की प्रक्रिया के बारे में पढ़ा जा सकता है। Fact Check: यह तस्वीर 2012 में श्रीनगर स्थित सूफी दरगाह में लगी आग की है, त्रिपुरा के नाम पर सांप्रदायिक दावे से हो रहा वायरल