Fact Check Story: यह तस्वीर रॉ, सीआई समेत दुनिया की पांच शीर्ष खुफिया एजेंसियों के बीच हुई बैठक की नहीं, भारत-रूस के बीच हुई NSA स्तर की बैठक की है
सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिसमें एक साथ भारत समेत पांच देशों की खुफिया एजेंसियों की किसी बैठक की सूचना हो जिसका दावा वायरल पोस्ट में किया जा रहा है। सर्च में हमें यह तस्वीर न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्विटर हैंडल पर लगी मिली।
नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि भारत में अफगानिस्तान के मुद्दे को लेकर भारत, इजरायल, अमेरिका, रूस और ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियों रॉ, मोसाद, सीआई, केजीबी और एमआई-6 के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर उसी महत्वपूर्ण बैठक की है।
विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रही तस्वीर आठ सितंबर को दिल्ली में भारत और रूस के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की प्रतिनिथिमंडल स्तर की वार्ता की है, जिसे भारत, अमेरिका और रूस समेत पांच देशों के बीच की खुफिया एजेंसियों की बैठक का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
वायरल हो रही तस्वीर के साथ किए गए दावे की सत्यता को परखने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली। सर्च में हमें यह तस्वीर न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्विटर हैंडल पर लगी मिली।
आठ सितंबर 2021 को पोस्ट किए गए ट्वीट के मुताबिक, यह तस्वीर दिल्ली में भारत और रूस के बीच एनएसए स्तर के बीच हुई बातचीत की है। न्यूज सर्च में हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर आठ सितंबर 2021 को प्रकाशित खबर मिली, जिसमें इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 'अफगानिस्तान संकट के बीच देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने आज दिल्ली में रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलाई पेत्रुशेव से मुलाकात की। फिलहाल भारत और रूस के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई।अपने समकक्ष अजीत डोभाल के अलावा वे विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।'
अफगानिस्तान संकट को लेकर दिल्ली में भारत समेत अन्य पांच देशों की खुफिया एजेसियों की बैठक के दावे की सच्चाई को जानने के लिए हमने एक बार फिर से न्यूज सर्च की मदद ली। नौ सितंबर 2021 को हिन्दुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद भारत ने ब्रिटेन, अमेरिका और रूस को अपनी चिंता से अवगत करा दिया है।
सूत्रों के हवाले से लिखी गई रिपोर्ट के मुताबिक, 'पिछले हफ्ते ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई-6 के प्रमुख रिचर्ड मूरे दिल्ली आए और फिर उनके बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स का दिल्ली दौरा हुआ। दोनों ही खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने अपनी टीम के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की।' इसके बाद, 'डोभाल ने रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार निकोलाई पत्रुशेव से बात की।'
सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें एक साथ भारत समेत पांच देशों की खुफिया एजेंसियों की किसी बैठक की सूचना हो, जिसका दावा वायरल पोस्ट में किया जा रहा है।
हमारी पड़ताल में यह साबित हुआ कि दिल्ली में भारत, अमेरिका, इजरायल, ब्रिटेन और रूस की खुफिया एजेंसियों के बीच हुई बैठक के दावे के साथ वायरल हो रही तस्वीर अफगानिस्तान संकट पर भारत और रूस के बीच हुई एनएसए स्तर की बातचीत की है, जिसे गलत दावे के साथ दिल्ली में भारत समेत दुनिया की पांच शीर्ष खुफिया एजेंसियों के बीच हुई बैठक का बताकर वायरल किया जा रहा है।