Fact Check Story : युवती पर चाकू के हमले वाले पुराने वीडियो में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल, वायरल पोस्ट फर्जी है
सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक युवती को खून से लथपथ देखा जा सकता है। वीडियो में युवती के गले और गाल पर चाकू के निशान साफतौर पर दिख रहे हैं। वहीं एक युवक की कुछ लोग जमकर पिटाई करते दिखे।
नई दिल्ली। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स में एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक युवती को खून से लथपथ देखा जा सकता है। वीडियो में युवती के गले और गाल पर चाकू के निशान साफतौर पर दिख रहे हैं। वहीं, एक युवक की कुछ लोग जमकर पिटाई करते दिखे। दावा किया गया कि एक मुस्लिम युवक ने जिहाद के लिए हिन्दू युवती को अपने प्यार के जाल में फंसाकर हमला कर दिया। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट के साथ किया गया दावा फर्जी साबित हुआ। रांची के पुराने वीडियो को अब कुछ लोग फर्जी और सांप्रदायिक दावों के साथ वायरल कर रहे हैं।
फैक्ट चेकिंग वेबसाइट विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की विस्तार से जांच करने के लिए ऑनलाइन टूल्स का इस्तेमाल किया। गूगल सर्च के माध्यम से घटना से जुड़ी खबरों को सर्च करने पर NYOOOZ Bihar- Jharkhand नाम के एक यूट्यूब चैनल पर ओरिजनल वीडियो मिला। इसे 16 सितंबर 2019 को अपलोड करते हुए बताया किया गया कि शादी से इनकार करने पर प्रेमिका पर प्रेमी ने चाकू से वार कर दिया।
पड़ताल के दौरान हमें दैनिक जागरण, रांची के संस्करण में भी एक खबर मिली। 16 सितंबर 2019 को प्रकाशित खबर में बताया गया कि लातेहार का अरविंद कुमार अपनी प्रेमिका से मिलने रांची आया था। वह प्रेमिका को लेकर पतरातू घाटी आया हुआ था। वहां उसने प्रेमिका पर शादी के लिए दबाव बनाया। जब प्रेमिका ने इनकार कर दिया तो अरविंद ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। रांची पुलिस के अनुसार, घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था। इसे गलत ढंग से वायरल किया गया।
आखिरकार विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट का दावा फर्जी निकला। युवती पर चाकू से हमले करने वाली घटना 2019 की है। युवक का नाम अरविंद था। उस वक्त के वीडियो को कुछ लोग अब फिर से सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।
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