Fact Check Story: कोलकाता में काली मठ मंदिर में पूजा में बाधा पहुंचाने का दावा फर्जी, वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश के फेनी शहर का है
सोशल मीडिया पर ऐसी अनगिनत वीडियो और तस्वीरों को जानबूझकर सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने के मकसद से शेयर किया जा रहा है। इसी संदर्भ में वायरल हो रहे एक वीडियो में मुसलमानों की भीड़ को किसी सड़क पर नारेबाजी करते हुए देखा जा सकता है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर ऐसी अनगिनत वीडियो और तस्वीरों को जानबूझकर सांप्रदायिक हिंसा को भड़काने के मकसद से शेयर किया जा रहा है। इसी संदर्भ में वायरल हो रहे एक वीडियो में मुसलमानों की भीड़ को किसी सड़क पर नारेबाजी करते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में काली मठ में मंदिर में पूजा को रोकने के मकसद से हजारों की संख्या में मुस्लिमों ने हंगामा किया।
हमारी जांच में यह दावा गलत और सांप्रदायिक उन्माद भड़काने वाला साबित हुआ। वायरल हो रहा वीडियो बांग्लादेश का है, जिसे पश्चिम बंगाल का बताकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
वायरल हो रहे वीडियो को रिकॉर्ड कर रहा व्यक्ति बांग्ला भाषा बोल रहा है, जिससे इस वीडियो के बंगाल या बांग्लादेश से संबंधित होने का प्रमाण मिलता है। सर्च में हमें एक यूजर की प्रोफाइल पर किसी दूसरे यूजर की तरफ से की गई टिप्पणी दिखाई दी, जिसमें उन्होंने इस वीडियो को बांग्लादेश के फेनी शहर का बताया है।
यहां से मिले कीवर्ड्स के साथ सर्च करने पर हमें यूट्यूब पर 'JazaKallah Media' नाम के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल 16 अक्टूबर 2021 को अपलोड किया गया वीडियो बुलेटिन मिला। चार मिनट 21 सेकेंड के इस बुलेटिन की शुरुआत में नजर आ रहा दृश्य वही है, जो वायरल वीडियो में धुंधली स्थिति में दिखाई दे रहा है।
बुलेटिन के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, 'प्रार्थना के बाद फेनी में मुस्लिमों और हिंदुओं के बीच जबरदस्त संघर्ष हुआ और देखिए पुलिस ने क्या किया.......!' न्यूज सर्च में हमें कई बांग्लादेशी न्यूज पोर्टल पर प्रकाशित खबरें मिलीं, जिसमें इस घटना का जिक्र किया गया है।
bangla.bdnews24.com की वेबसाइट पर 17 अक्टूबर 2021 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, 'फेनी में पूजा उत्सव परिषद कार्यक्रम पर हमले के बाद से कस्बे में पुलिस के साथ व्यापक झड़पें हुई हैं। कई मंदिरों और कई हिंदू-स्वामित्व वाली दुकानों में तोड़फोड़ की गई और वाहनों को आग लगा दी गई।'
हमारी पड़ताल से यह स्पष्ट है कि बांग्लादेश के फेनी शहर में हिंदुओं की संपत्तियों पर हुए हमले और धार्मिक स्थलों के बाहर विरोध प्रदर्शन के वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ पश्चिम बंगाल के कोलकाता के काली मंदिर के बाहर हुए उपद्रव का बताते हुए गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।