Fact Check Story: प्रियंका गांधी की तस्वीर को एडिट करके किया जा रहा है वायरल
इस पोस्ट को बहुत-से यूजर फैला रहे हैं इसलिए विश्वास न्यूज़ ने इसके फैक्ट चेक का फैसला किया और पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल फोटो में से सिर्फ प्रियंका गांधी वाड्रा की इमेज क्राप की और फिर गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। प्रियंका गांधी वाड्रा की लखनऊ स्थित इंदिरा नगर की दलित बस्ती लवकुश में झाड़ू लगाते हुए एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें उनके सामने एक फोटोग्राफर को देखा जा सकता है, जो कि लेट कर फोटो ले रहा है। अब इस तस्वीर को सच समझ कर बहुत-से यूजर प्रियंका गांधी पर निशाना साध रहे हैं। हालांकि, जब विश्वास न्यूज ने इस तस्वीर की पड़ताल की तो पता चला कि असल में दो अलग-अलग तस्वीरों को जोड़कर यह फर्जी तस्वीर बनाई है। ओरिजनल फोटो में प्रियंका गांधी वाड्रा के आगे लेटकर फोटोग्राफर फोटो नहीं खींच रहा था, इस फोटो को अलग से जोड़ा गया है।
इस पोस्ट को बहुत-से यूजर फैला रहे हैं इसलिए विश्वास न्यूज़ ने इसके फैक्ट चेक का फैसला किया और पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले वायरल फोटो में से सिर्फ प्रियंका गांधी वाड्रा की इमेज क्राप की और फिर गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। सर्च में हमें ओरजिनल फोटो बहुत-से भरोसेमंद वेबसाइट पर मिली। इन्ही में से एक अमर उजाला की वेबसाइट पर भी असल फोटो थी। यहां फोटो में फोटोग्राफर तस्वीर खींचता हुआ नजर नहीं आया, बल्कि सिर्फ प्रियंका गांधी ही फ्रेम में नजर आईं ।
फिर हमने फोटोग्राफर की तस्वीर को क्राप करके गूगल सर्च किया, सर्च में यह फोटो पिक्साबे की वेबसाइट पर मिली। यहां फोटो के साथ दी गयी जानकारी के मुताबिक, यह 1 जनवरी 2015 को अपलोड की गयी है।
दोनों ही असली तस्वीरों को खोजने के बाद यह तो साबित हो गई थी कि वायरल की जा रही फोटो एडिटेड है। लेकिन पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने दैनिक जागरण के लखनऊ चीफ सब एडिटर धर्मेंद्र पांडेय से बात की और वायरल फोटो उनके साथ शेयर की। उन्होंने हमें बताया कि वायरल फोटो एडिटेड है। इस तस्वीर में फोटोग्राफर अलग से जोड़ा गया है। उन्होंने हमें बताया कि इससे पहले पीएम मोदी के नए ससंद भवन के निरीक्षण के दौरान भी इसी तरह की फोटो वायरल हुई थी।
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