Interview: 'रश्मि रॉकेट में तापसी पन्नू के साथ एक मैच्योर लव स्टोरी दिखाने की कोशिश की है'- प्रियांशु पेन्युली
Priyanshu Painyuli Interview प्रियांशु अब रश्मि रॉकेट में नायिका तापसी पन्नू के अपोज़िट नज़र आएंगे। फ़िल्म में वो गगन नाम का किरदार निभा रहे हैं जो एक आर्मी एथलीट है। आकर्ष खुराना निर्देशित फ़िल्म 15 अक्टूबर को ज़ी5 पर रिलीज़ हो रही है।
मनोज वशिष्ठ, नई दिल्ली। भावेश जोशी सुपरहीरो में अनिल कपूर के बेटे हर्षवर्द्धन कपूर ने मुख्य किरदार निभाया था, मगर फ़िल्म का शीर्षक जिस कैरेक्टर के नाम पर रखा गया, वो किरदार भावेश जोशी प्रियांशु पेन्युली ने निभाया था। यह वही प्रियांशु हैं, मिर्ज़ापुर के दूसरे सीज़न में जिनका तकियाकलाम यह भी ठीक है ख़ूब लोकप्रिय हुआ और प्रियांशु की लोकप्रियता पर भी इसका असर नज़र आया।
प्रियांशु अब रश्मि रॉकेट में नायिका तापसी पन्नू के अपोज़िट नज़र आएंगे। फ़िल्म में वो गगन नाम का किरदार निभा रहे हैं, जो एक आर्मी एथलीट है। आकर्ष खुराना निर्देशित फ़िल्म 15 अक्टूबर को ज़ी5 पर रिलीज़ हो रही है। प्रियांशु ने अपने किरदार, तापसी के साथ कैमिस्ट्री और फ़िल्म से जुड़े दूसरे अहम पहलुओं पर जागरण डॉटकॉम के साथ विस्तार से बातचीत की।
प्रियांशु रश्मि रॉकेट में पहली बार आर्मी ऑफ़िसर का किरदार निभा रहे हैं, जिसको लेकर उन पर अतिरिक्त दवाब था। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा- जी, पहली बार आर्मी ऑफिसर का किरदार निभा रहा हूं। मेरी बैकग्राउंड आर्मी की है। मेरे पिता आर्मी में कर्नल थे। डैड को हमेशा यूनिफॉर्म में देखा था। अब मुझे भी यूनिफॉर्म पहनने का मौक़ा मिल रहा है। इसमें चैलेंज यह था कि कोई छोटी-सी भी गलती नहीं होनी चाहिए, वरना बहुत डांट पड़ेगी, 'तुम तो आर्मी स्कूल में पढ़े हुए हो।' इसलिए छोटी-छोटी चीज़ों पर बहुत ध्यान दिया है मैंने। हम लोग फ़िल्मों में आर्मी किरदार देखते रहते हैं और नोटिस करते हैं कि यार यह गलत किया कि बैज यहां होना चाहिए था।
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प्रियांशु अपने किरदार के बारे में आगे बताते हैं कि मैं इसमें आर्मी एथलीट प्ले कर रहा हूं। स्पोर्ट्स कोटा वाले जो आर्मी को रिप्रेजेंट करते हैं। उसी क्रम में मैं रश्मि से मिलता हूं। स्पोर्ट्स की फ़िल्म है, लेकिन सिर्फ़ स्पोर्ट्स का ड्रामा नहीं है। कोर्ट रूम ड्रामा है। इस फ़िल्म से लोग जान पाएंगे कि जेंडर टेस्टिंग जैसी कोई चीज़ भी होती है। जब आकर्ष ने मुझे कहानी बतायी तो अविश्वसनीय लगा कि ऐसी भी कोई चीज़ होती है। जेंडर टेस्टिंग जो 1960 में शुरू हुई थी, वो मेरे लिए बहुत चौंकाने वाली बात थी। हम सबने गूगल चेक किया होगा कि ऐसा कुछ होता है। इस फ़िल्म से लोगों के अंदर जागरूकता आ जाए और आवाज़ उन तक पहुंच जाए तो समझेंगे हमने सक्सेसफुल मूवी बनायी है।
प्रियांशु का किरदार गगन रश्मि को फ़िल्म में कैसे सपोर्ट करता है, इस पर प्रियांशु ने कहा- इस कैरेक्टर को लेकर हमने आकर्ष से डिस्कस भी किया था। आर्मी वाले जैसे दिखते हैं, रफ एंड टफ, डिसीजन लेने वाला, कमांड करने वाला, यह वैसा बंदा नहीं है। तापसी का कैरेक्टर रश्मि जब कुछ ठान लेता है तो ठान लेता है। गगन को हमने ऐसा इसलिए रखा है, क्योंकि गगन थोड़ा सा सॉफ्टर-स्वीटर कैरेक्टर है, जो उसे बैलेंस करता है। रश्मि जब भी उग्रता पर पहुंच जाती है और कन्फ्यूज़ हो जाती है, उसे लगता है कि वो हार मानने वाली है तो गगन कुछ ऐसा कर देगा या बोल देगा, जिससे रश्मि को शक्ति मिलती है कि दुनिया में सब कुछ ख़राब नहीं है।
तापसी के साथ पहली बार काम कर रहे प्रियांशु ने कहा- तापसी के काम का फैन रहा हूं। जिस तरह के वो रोल करती हैं। उनकी फ़िल्मों की च्वाइसेज बहुत पसंद हैं। तापसी इस तरह की इंसान हैं कि जब आप सेट पर मिलते हैं तो पहले दिन से ही दोस्ती हो जाती है। रश्मि रॉकेट की रॉकेट रियल लाइफ में भी रॉकेट है। उनकी जो एनर्जी है, उसे मैच करना था। उनका एथलीट वाला एनर्जी लेवल था, तो उसके हिसाब से हमें भी अपना एनर्जी लेवल रखना पड़ा।
तापसी के साथ गरबा सॉन्ग को लेकर प्रियांशु ने बताया- मुझे पता चला कि अमित त्रिवेदी गाना कर रहे हैं, जो मुझे बहुत पसंद हैं और उसमें मुझे डांस करना होगा, तो मुझे ख़ुशी हुई। यह मेरा पहला डांस सॉन्ग है। बतौर डांसर मेरी कोई ट्रेनिंग नहीं हुई। हां, कॉलेज में ज़रूर करते थे। दोस्तों के साथ कभी दिवाली या नवरात्रि में कर लिया, मगर जब चार दिन तक सेट लगाकर नाचना होता है, तब समझ में आता है कि डांस सीक्वेंस को शूट करना कितना मुश्किल है। तापसी के स्टेप्स को मैच करना बड़ा मुश्किल होता था। कोरियोग्राफर कहते थे, 'सर भूल जाओ, बस एंजॉय करो।' मैंने अपने कैरेक्टर में रहकर ही डांस किया है, आर्मी वाला कैसे डांस करता है!
शूटिंग के दौरान तापसी के साथ गुज़ार लम्हे याद करते हुए प्रियांशु बताते हैं कि तापसी को गप्पे मारने में बड़ा मज़ा आता है। फ़िल्म पैनडेमिक से पहले बनने वाली थी। हम शूट पर जाने ही वाले थे, जब मार्च में लॉकडाउन हुआ। फिर जैसे ही सब खुला, सब लोग बड़ी पॉजिटिव एनर्जी से सेट पर आये। आकर्ष के साथ मैं पहले भी काम कर चुका हूं। उनके काम करने का तरीका बहुत शानदार है। आप जब फ़िल्म देखेंगे तो इतने सीरियस मुद्दे को उन्होंने जिस सादगी, मनोरंजक ढंग से दिखाया है, उससे आपके सिर पर कोई भारीपन नहीं लगेगा या ऐसा नहीं लगेगा कि फ़िल्म प्रवचन दे रही है।
गगन और रश्मि की रिलेशनशिप के बारे में प्रियांशु ने कहा- ''पहले बोलते थे कि सफल आदमी के पीछे एक औरत होती है या सफल औरत के पीछे आदमी होता है, मुझे ऐसा नहीं लगता, हम साथ-साथ होते हैं। एक चिल्लाता है तो दूसरा चुप कराता है। दूसरा चिल्लाता है तो पहले वाला चुप कराता है। एक-दूसरे को बैलेंस करते हुए चलते हैं, कोई किसी के पीछे नहीं होता। रश्मि रॉकेट में हम एक मैच्योर लव स्टोरी दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं बस देखना चाहता हूं कि कैसे लोग इसे स्वीकार करते हैं। कैमिस्ट्री इस तरह की नहीं है कि एक-दूसरे को बार-बार आई लव यू बोल रहे हैं या हाथ पकड़ रहे हैं।''