LOL- Hasse Toh Phasse मशहूर कॉमेडियन्स की होगी 'अग्नीपरीक्षा', बिना हंसे दूसरों को हंसाकर जीतना होगा गेम
अमेज़न प्राइम वीडियो ने अपनी एक नई सीरीज़ ‘लोल-हंसे तो फंसे’ (LOL- Hasse Toh Phasse) का ट्रेलर रिलीज़ कर दिया है। इस सीरीज़ में कॉमेडियन का एक ग्रुप नज़र आएगा जिन्होंने भारत के कॉमेडी की फील्ड में अपनी अलग छाप छोड़ी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। अमेज़न प्राइम वीडियो ने अपनी एक नई सीरीज़ ‘लोल-हंसे तो फंसे’ (LOL- Hasse Toh Phasse) का ट्रेलर रिलीज़ कर दिया है। इस सीरीज़ में कॉमेडियन का एक ग्रुप नज़र आएगा, जिन्होंने भारत के कॉमेडी की फील्ड में अपनी अलग छाप छोड़ी है। मेज़बान अरशद वारसी और बोमन ईरानी की निगरानी आदार मलिक, आकाश गुप्ता, अदिति मित्तल, अंकिता श्रीवास्तव, साइरस ब्रोचा, गौरव गेरा, कुशा कपिला, मल्लिका दुआ, सुनील ग्रोवर और सुरेश मेनन यहां कड़ी चुनौतियों का सामना करते हुए नज़र आएंगे।
ये शायद पहली बार हो जब न केवल उनके ह्यूमर का इम्तेहान लिया जाएगा, बल्कि उनके फेमस कॉमेडियन्स के पैशेंस की भी परीक्षा होगी, क्योंकि वो लगातार छह घंटे तक बैटल करेंगे, जहां वो खुद पोकर फेस बनाकर घर में मौजूद दूसरों को हंसाते हुए दिखाई देंगे। लक्ष्य कमरे में हंसने वाला अंतिम इंसान होना चाहिए और जो व्यक्ति लंबे वक्त तक स्ट्रेट फेस रख पाएगा वह आखिरकार खेल जीत जाएगा। प्राइम पर ये सीरीज़ 30 अप्रैल 2021 से शुरू होगी।
गुत्थी और डॉ मशहूर गुलाटी के नाम से फेमस कॉमेडियन सुनील ग्रोवर ने कहा, ‘जैसे ही मैंने शो में एंट्री की और मुझे पता चला कि मेरे साथ और कौन युद्ध के मैदान में था, तो मैंने सोचा- फ़ंस गए! लोल - हंसे तो फंसे। ये केवल एक शो नहीं है...यह एक अनूठा मानव प्रयोग है। कल्पना कीजिए कि 10 फेमस पेशेवर हास्य कलाकारों के साथ, एक छत के नीचे, उनके ए-गेम के साथ होना। और आप मुस्कुरा भी नहीं सकते। मैं केवल इतना कह सकता हूं यह आसान नहीं था, लेकिन मैंने खूब एन्जॉय किया और जब दर्शक भी इसे देखेंगे तो खूब पसंद करेंगे।
इस बारे में मल्लिका दुआ कहती हैं, ‘हंसे तो फंसे में मैंने खूब एंजॉय किया और मुझे यकीन है कि दर्शक भी करेंगे। मैं झूठ नहीं कहूंगी, मैं शुरू में बहुत डर गयी थी। मुझे लगा कि मैं फ्रीज हो जाऊंगी, लेकिन मैंने जितना मज़ा किया वह क्रेजी था। यह शो बहुत चुनौतीपूर्ण था, आपको बाकी कॉमेडियन्स को हंसाना होगा वो भी खुद हंसे बिना! आपको हर समय हाई-अलर्ट पर रहना पड़ता है, ताकि हल्की सी भी स्माइल न दे दें। यह एक स्क्रिप्टेड शूट की तरह नहीं है, यह न तो स्टैंडअप है और ना ही यह थिएटर है, यह क्रेजी है’।