कोरोना से मुक्त होने में योग ने की काफी मदद, ठीक होने के बाद भी रोज करती हूं अभ्यास- रुबीना दिलैक

बिग बास विजेता अभिनेत्री रुबीना दिलैक हाल ही में कोरोना संक्रमण से उबरी हैं। अब योग उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। कोविड-19 के नियमों के कारण शो शक्ति अस्तित्व के अहसास की शूटिंग वह आगरा में कर रही हैं...

By Ruchi VajpayeeEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 02:45 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 02:45 PM (IST)
कोरोना से मुक्त होने में योग ने की काफी मदद, ठीक होने के बाद भी रोज करती हूं अभ्यास- रुबीना दिलैक
Image Source: Rubina Dilaik Official Instagram Account

दीपेश पांडेय, मुंबई ब्यूरो।बिग बास विजेता अभिनेत्री रुबीना दिलैक हाल ही में कोरोना संक्रमण से उबरी हैं। अब योग उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। कोविड-19 के नियमों के कारण शो शक्ति: अस्तित्व के अहसास की शूटिंग वह आगरा में कर रही हैं...

कोरोना संक्रमण का पता चलने के बाद आपने खुद को कैसे संभाला?

संक्रमण के लक्षण दिखते ही मैं आइसोलेशन में चली गई। दो-तीन दिन बाद मेरी जांच रिपोर्ट भी पाजिटिव आई तो मैं समझ गई कि अब तो 15-20 दिन आइसोलेशन में ही रहना है। उस समय कोरोना की दूसरी लहर शीर्ष पर थी और हर तरफ से निगेटिव और तकलीफदायक खबरें आ रही थीं। ऐसे में खुद को पाजिटिव रखना बहुत जरूरी था। मैंने किताबें पढ़कर खुद को पाजिटिव रखा। आइसोलेशन का पूरा समय मैंने अपने होम टाउन हिमाचल प्रदेश में परिवार के बीच बिताया। ऐसी स्थिति में स्वजनों के साथ रहने से काफी मदद मिलती है। हिमाचल की हरियाली और साफ हवा से भी मुझे जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिली।

संक्रमण के बाद जीवनशैली में क्या बदलाव देखती हैं?

अब मैं लोगों की मदद के लिए ज्यादा वक्त निकालने लगी हूं। शूटिंग के दौरान व्यस्तता और समय की अनिश्चितता के कारण स्वास्थ्यवर्धक भोजन के लिए वक्त नहीं निकाल पाती थी, लेकिन अब मैंने एक रूटीन सेट कर लिया है, जिसके तहत मेरी कोशिश सिर्फ स्वास्थ्यवर्धक चीजें ही खाने की होती है। इसके अलावा नियमित तौर पर सुबह-शाम कम से कम 10 मिनट योग करने के लिए निकालती ही हूं। योग मेरी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन गया है।

दले हुए सेट और माहौल में शूटिंग करने का कैसा अनुभव रहा?

शूटिंग के दौरान हम यथासंभव सभी सावधानियां बरतते हैं। सेट पर एक डाक्टर हमेशा मौजूद रहते हैं, अगर किसी की तबीयत खराब होती है तो उसका तुरंत एंटीजन टेस्ट किया जाता है और उसे आइसोलेशन में भेज दिया जाता है। कोरोना संक्रमण का फिलहाल कोई स्थायी निवारण नहीं है। इससे हम सिर्फ अपना बचाव कर सकते हैं। आगरा में हम एक-दूसरे के साथ मिलकर सेट का माहौल पारिवारिक बनाए रखने का प्रयास करते हैं।

बिग बास से निकलने के बाद किसी नए शो में जाने की बजाय इसी शो में दोबारा काम करना क्यों सही समझा?

बिग बास में जाने से पहले मेरे पास जितने भी नए शो आए थे, कोरोना की वजह से उनमें से दो शो क्रैक हो गए और एक शो आगे बढ़ा दिया गया। बिग बास के घर से निकलने के बाद मेरे पास सबसे पहली काल शक्ति: अस्तित्व के अहसास की ओर से आई थी। मैंने इस शो में काम करने को प्राथमिकता दी, क्योंकि इसमें पहले चार साल काम कर चुकी हूं। मेरे मन में इस शो और अपने किरदार को लेकर एक अलग तरह का सम्मान है।

इतने वर्षों तक सौम्या का किरदार निभाने के बाद आप अपने व्यक्तित्व पर उसका क्या प्रभाव देखती हैं?

यह शो किसी के वजूद के बारे में है। मैं हमेशा से ही अपनी बात रखने वाली लड़की रही हूं। अपने व्यक्तित्व में मुझे जिस चीज में सबसे ज्यादा सुधार की जरूरत है वह है मेरा आत्मविश्वास। इस किरदार में भी मैं वही कोशिश करती रहती हूं। मैं हमेशा ऐसी चीजों पर ज्यादा गौर करती हूं कि कैसे आत्मविश्वास बनाकर रखा जाए और जरूरत पड़ने पर उसे बढ़ाया भी जा सके।

पति अभिनव से रिश्ते फिर सुधरे हैं, उन्हेंं शो खतरों के खिलाड़ी में जाते हुए क्या शुभकामनाएं दीं?

वह इस शो को काफी पसंद कर रहे हैं। हमारी रोज बातें होती हैं। इस दौरान हम एक-दूसरे की दिनचर्या के बारे में पूछते हैं। दूर रहते हुए भी हम व्यक्तिगत और पेशेवर जिंदगी के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं। खतरों के खिलाड़ी के लिए दक्षिण अफ्रीका जाते समय मैंने उनसे सिर्फ यही कहा था, जो भी करें, उसका मजा लेते हुए करें। अगर कोई काम हम प्रसन्न मन से करते हैं तो वो हमेशा सफल रहता है।

आप किस महिला को अपने लिए प्रेरणा मानती हैं और क्यों?

मेरे लिए मां सबसे प्रेरक महिला रही हैं। हर परिस्थिति में परिवार को कैसे साथ रखा जाए, संबंध कैसे निभाए जाएं, यह बात उन्होंने मुझे बहुत अच्छी तरह से सिखाई है।

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