Hello Charlie Movie Review : माइंडलेस कॉमेडी फिल्म है आदर जैन और जैकी श्रॉफ की 'हैलो चर्ली', फिल्म देखने से पहले पढ़ लें रिव्यू

Hello Charlie Movie Review यह एडवेंचर कॉमेडी मुख्यमत तीन किरदारों के ईदगिर्द है। केले से सख्त नफरत करने वाला मुंबई का मशहूर बिजनेसमैन एमडी मकवाना (जैकी श्रॉफ) चार हजार करोड़ का लोन लेकर देश छोड़कर भागने के फिराक में है।

By Nazneen AhmedEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 12:01 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 12:41 PM (IST)
Hello Charlie Movie Review : माइंडलेस कॉमेडी फिल्म है आदर जैन और जैकी श्रॉफ की 'हैलो चर्ली', फिल्म देखने से पहले पढ़ लें रिव्यू
Photo credit - Aadar jain Insta Account Photo

स्मिता श्रीवास्तेव, जेएनएन। Hello Charlie Movie Review : यह एडवेंचर कॉमेडी मुख्यत: तीन किरदारों के ईदगिर्द है। केले से सख्त नफरत करने वाला मुंबई का मशहूर बिजनेसमैन एमडी मकवाना (जैकी श्रॉफ) चार हजार करोड़ का लोन लेकर देश छोड़कर भागने के फिराक में है। उसकी गर्लफ्रेंड मोना (एलनाज नौरोजी) उसे गुरिल्ला के कॉस्ट्यूम में दीव (गुजरात) के मेले में परफॉर्म करने के बहाने वहां से निकालने का आ‍इडिया देती है। ताकि वहां से दोनों समुद्र के रास्ते दुबई भाग सकें। 

वहीं, इंदौर का चिराग रस्तोगी ऊर्फ चार्ली (आदर जैन) अपने पिता का 15 लाख का कर्ज़ उतारने के मकसद से मुंबई में अपने मामा के (दर्शन जरीवाला) पास रहने आया है। मामा ने नया ट्रक खरीदा होता है। चार्ली की दिक्कत यह है कि वो जहां पर खड़ा हो जाता है वहीं पर मुश्किलें खड़ी हो जाती है। उसे दो-तीन नौकरी से निकाला जा चुका है। तभी ट्रक के जरिए गुरिल्ला टोटो को पहुंचाने के लिए मोना से चार्ली सौदा तय कर लेता है। वह इस बात से अंजान है कि गुरिल्ला के भेष में भगौड़ा मकवाना है।

इस बीच युगांडा से जूनागढ़ के चिड़ियाघर के लिए गोरिल्ला लेकर आ रहा विमान गुजरात के एक गांव में दुघर्टनाग्रस्त हो जाता है। घटनाक्रम ऐसे मोड़ लेते हैं कि असली और नकली गुरिल्ला चार्ली के सामने आते हैं। इन हालातों में क्या मकवाना अपने इरादों में कामयाब हो पाएगा इसी घटनाक्रम के ईदगिर्द कहानी आगे बढ़ती है।

पंकज सारस्वत निर्देशित यह फिल्म किरदारों की बेवकूफियों के कारण हंसाती है। चार्ली की हरकतों को देखते हुए आप तैयार हो जाते हैं कि यह कोई न कोई बेवकूफी जरूर करेगा। यह एडवेंचर कॉमेडी माइंडलेस है। यानी इनमें दिमाग लगाने की कोशिश न करें। यह फिल्म पुराने कॉमेडी फिल्मों के पैतरों और लतीफों का इस्तेमाल करते हुए दिखती है। चार्ली और टोटो के रोड ट्रिप में रोमांच ज्यादा नहीं है। नकली-असली गुरिल्ला के आमने-सामने आने पर रोचक प्रसंग गढ़ने की काफी गुंजाइश थी। उसमें लेखक और निर्देशक ने ज्यादा दिलचस्पी नहीं ली।

इसी तरह गुजराती गांव में सर्कस में पंजाबी गाने का इस्तेमाल अखरता है। फिल्म के संवाद भी धारदार और चुटकीले नहीं बन पाए हैं। वर्ष 2017 में फिल्म कैदी बैंड से डेब्यू करने के करीब चार साल बाद आदर जैन इस फिल्म में नजर आए हैं। राज कपूर की बेटी रीमा जैन के बेटे आदर ने चार्ली की मासूमियत, सरलता और भोलेपन को समुचित तरीके से आत्मसात किया है। सही मायने में फिल्म का असल हीरो टोटो है। उसकी हरकतें चेहरे पर मुस्कान लाती है।

रंगीन मिजाज बिजनेसमैन के किरदार में जैकी श्राफ जंचे हैं। श्लोका पंडित ने इस फिल्म से अभिनय में कदम रखा है। आइटम सांग में उन्हें अपनी डांस प्रतिभा को दिखाने का मौका मिला है। हालांकि स्क्रीन टाइम ज्यादा नहीं मिला है। एलनाज नौरोजी खूबसूरत दिखी हैं। राजपाल यादव, दर्शन जरीवाला, गिरीश कुलकर्णी जैसे कलाकार अपने पुराने अंदाज में ही दिखे हैं। यह फिल्म बच्चों को जरूर रास आ सकती है।

फिल्म रिव्यू : हैलो चार्ली

प्रमुख कलाकार : आदर जैन, जैकी श्रॉफ, एलनाज नौरोजी, श्‍लोका पंडित, राजपाल यादव

निर्देशक : पंकज सारस्वत

अवधि : एक घंटा 42 मिनट

डिजिटल प्लेाटफार्म : अमेजन प्राइम वीडियो

स्टार : दो

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