Baaghi की शूटिंग के दौरान भागते हुए टाइगर श्रॉफ के पैर में लग गई थी चोट, डायरेक्ट को लगा...

Tiger Shroff Baaghi unknown facts टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर अभिनीत फिल्म बागी’ की रिलीज को पांच साल पूरे हो गए हैं। साबिर खान निर्देशित बागी’ टाइगर की हीरोपंती’ के बाद दूसरी फिल्म थी जिसने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था।

By Nazneen AhmedEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 01:11 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 01:14 PM (IST)
Baaghi की शूटिंग के दौरान भागते हुए टाइगर श्रॉफ के पैर में लग गई थी चोट, डायरेक्ट को लगा...
Photo credit - Tiger Shroff Insta Account Photo

स्मिता श्रीवास्तव, जेएनएन। टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर अभिनीत फिल्म 'बागी’ की रिलीज को पांच साल पूरे हो गए हैं। साबिर खान निर्देशित 'बागी’ टाइगर की 'हीरोपंती’ के बाद दूसरी फिल्म थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था। फिल्म से जुड़ी यादों को साझा कर रहे हैं साबिर खान...

‘मैं टाइगर श्रॉफ के साथ 'हीरोपंती’ फिल्म शूट कर रहा था। हम एक एक्शन सीक्वेंस शूट कर रहे थे। विशुद्ध एक्शन फिल्म न होने की वजह से हम सींस को आराम से शूट कर रहे थे। टाइगर अपनी बॉडी के साथ बहुत ही सहज थे। मैंने सेट पर टाइगर से वादा किया था कि तुम्हारे साथ एक आउट एंड आउट एक्शन फिल्म बनाऊंगा। हम जो फिल्में देखकर बड़े हुए हैं, उनसे यही सीखा है कि फिल्म में हर किस्म का मनोरंजन होना चाहिए, ताकि हर उम्र के लोग थिएटर में वह फिल्म देखें। एक ऐसी स्क्रिप्ट बनाई, जिसमें ह्यूमर, रोमांस, एक्शन था।

‘केरल की प्राचीन मार्शल आर्ट कलरिपयट्टू की थीम भी थी। कहानी का बेस देखेंगे तो रामायण की तरह है। उसमें राम, सीता और रावण की कहानी है। फिल्म का पहला हिस्सा हमने केरल में शूट किया। जब मैं फिल्म का पहला ड्राफ्ट लिख रहा था तो निर्माता ने पूछा था कि केरल में क्यों शूट करना है। तब बताया था कि केरल ही कलरिपयट्टू की जननी है। जब केरल का सीन लिखा था, तब रिसर्च में पता चला कि वहां नावों की रेस होती है, लेकिन जब हम शूटिंग करने वाले थे तब उसके आयोजन में वक्त था। इसलिए हमने सब कुछ क्रिएट किया। जब रेस का असल आयोजन हुआ तो हेलिकॉप्टर से कई बड़े शॉट्स लिए थे। फिल्म में एक बहुत ही अहम किरदार है गुरुजी का, जो टाइगर के किरदार को मार्शल आर्ट सिखाते हैं। उसके लिए हमें ऐसा कलाकार चाहिए था जो एक्टिंग के साथ कलरिपयट्टू की बारीकियां दिखा पाए’।

‘रिसर्च के दौरान मुझे कलरिपयट्टू के मास्टर शीफू जी मिले, जो सैन्यकर्मियों को यह मार्शल आर्ट सिखाते हैं। मैंने उनसे जब एक्टिंग के लिए पूछा, तो वह चौंक गए कि एक्टिंग कैसे करूंगा।मैंने कहा कि मैं एक्टिंग करवा लूंगा। टाइगर और श्रद्धा स्कूली दिनों में साथ थे तो पहले से उनकी बॉन्डिंग थी। श्रद्धा को ट्रेनिंग देना भी आसान रहा। श्रद्धा जब शूट करती थी तो टाइगर आसपास ही रहते थे ताकि कोई जरूरत होने पर मदद कर सकें। रोमांटिक सीन में टाइगर शरमाते थे, श्रद्धा उन्हें सहज बनाती थी। फिल्म दक्षिण भारत में शूट हो रही थी, ऐसे में विलेन का ऐसा चेहरा चाहिए था, जो वास्तविक लगे। हमने सुधीर बाबू का एक वीडियो देखा जिसमें वह बाइक पर स्टंट कर रहे थे। हमने उन्हें संपर्क किया। उन्होंने शानदार काम किया’।

‘फिल्म के लिए थाइलैंड का शिड्यूल मेरे करियर का अब तक का सबसे चुनौतीपूर्ण शिड्यूल था। बहुत सारा एक्शन था। वहां पर एक्शन डायरेक्टर की टीम थी, जिन्हें हमारी भाषा समझ में नहीं आती थी मगर शूटिंग से पहले हम कई बार वहां रेकी के लिए गए थे तो एक-दूसरे को समझ चुके थे। क्लाइमेक्स में 20-25 मिनट का नॉनस्टॉप एक्शन सीन है, जो बिल्डिंग थी, वह कुछ ही दिन के लिए हमें किराए पर मिली थी। सारा काम एक स्ट्रेच में करना था। एक बार हमने सुबह सात बजे शूटिंग शुरू की थी और अगले दिन सुबह सात बजे तक 24 घंटे शूटिंग की थी। टाइगर, एक्शन डायरेक्टर, डीओपी और मैं सोए नहीं थे। इसी तरह एक बाथरूम के आसपास का सीन था, जिसके लिए हमने डमी वॉशबेसिन बनवाया था। हम काफी व्यस्त थे। फाइनल शॉट में हम डमी वॉशबेसिन नहीं लेकर आ पाए और जब टाइगर ने असली वॉश बेसिन को तोड़ा तो वह शॉट तो हो गया, लेकिन वह बैठ गए, क्योंकि उनका पैर सुन्न हो गया था। मुझे लगा कि अब शूट बंद करना पड़ेगा, लेकिन बर्फ लगाने के एक-दो घंटे बाद हम दोबारा शूटिंग करने लगे’।

‘इसी तरह थाइलैंड की तंग गलियों में हमने एक चेज सीक्वेंस शूट किया था, जो मार्केट और ऑटोरिक्शा के बीच में से भागने वाला सीन था। भागने के दौरान टाइगर के पैर के अंगूठे में चोट लग गई। टाइगर जूते नहीं पहन सकते थे। एक लॉन्ग शॉट है, जिसमें टाइगर सिर्फ मोजे पहनकर भाग रहे हैं। उन्होंने चोट के बावजूद उसे किया। प्रोफेशनल्स के साथ हमने टाइगर और श्रद्धा के अंडरवाटर वाले सींस शूट किए थे। वे जब भी मिलते हैं तो बारिश होती है। पहले कुछ दिन मुश्किल थे। एक्टिंग के बीच बारिश आ जाती थी। दरअसल, जब भी डायलॉग बोलते थे, तो मुंह में या आंखों में पानी चला जाता था। हमने बारिश में एक गाना भी शूट किया है स्टेशन पर छम छम...’। ‘हमारे पास ट्रेन दो दिन के लिए ही थी। आखिरी दिन गाने का एक लंबा हिस्सा शूट करना था। सूरज अस्त होने वाला था और ट्रेन जाने वाली थी। आधे घंटे में वह गाना पूरा किया, क्योंकि श्रद्धा और टाइगर ने रिहर्सल अच्छे से की थी’।

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