'चोली के पीछे' गाने के लिए डायरेक्टर ने रखी थी ये डिमांड, सुनकर शर्मिंदा हो गईं थीं नीना गुप्ता
नीना गुप्ता ने किताब में लिखा कि जब मैंने पहली बार गाना सुना तो मुझे पता था कि ये बहुत ही अच्छा गाना होने वाला है। लेकिन जब सुभाष घई ने मुझसे कुछ ऐसा करने को कहा जिसे सुनकर मैं शर्मिंदा हो गई...
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड की बोल्ड एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने फिल्म इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए काफी मेहनत की है। नीना गुप्ता ने फिल्मों में अपनी दूसरी पारी से प्रूव किया कि वो हर रोल में फिट हैं। हालही में रिलीज हुए नीना गुप्ता की बायोग्राफी 'सच कहूं तो' के बाद तो मानो उनकी पर्ससनल लाइफ को लेकर भूचाल ही आ गया। अपनी किताब में अपने जीवन कड़वे सच को जाहिर करने के लिए फैन्स नीना को सलाम कर रहे हैं।
इस किताब में नीना ने पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों संघर्षों के बारे में लिखा है। एक जगह नीना ने बताया कि चोली के पीछे क्या है गाने में सुभाष घई ने मांग की कि वो इसमें 'पेडिड ब्लाउज' पहनें।
मैं खलनायक के गाने के लिए काफी एक्साइटिड थी
नीना ने किताब में लिखा कि, "जब मैंने पहली बार गाना सुना, तो मुझे पता था कि ये बहुत ही अच्छा गाना होने वाला है। लेकिन जब सुभाष घई ने मुझे बताया कि इसमें मेरी भूमिका क्या होगी, तो मैं और ज्यादा एक्साइटिड हो गई। और मुझे इस बात की भी खुशी थी कि, हिस्से को मेरी दोस्त इला अरुण ने गाया था, जिनके साथ मैंने कई फिल्मों में काम किया था।
मुझे चोली के नीचे पेडिड ब्रा पहनने को दिया गया
नीना ने आगे बताया कि, गाने के लिए मुझे एक गुजराती पोशाक पहनाई और फाइनल लुक दिखाने के लिए मुझे सुभाष घई के पास भेजा गया तब वो मुझे देखते ही 'नहीं! नहीं! नहीं! नहीं!' कुछ भरो ऐसे चिल्लाने लगे और मैं बहुत शर्मिंदा हो गई थी। हालांकि मैं जानती हूं कि वो गाने के मांग के लिए ऐसा कह रहे थे। इसमें कुछ भी पर्सनल नहीं था। लेकिन फिर भी मैंने उस दिन शूटिंग नहीं की थी और उसके अगले दिन मुझे चोली के नीचे पहनने के लिए पेडिड ब्रा दिया गया फिर मेरे पूरे लुक को सुभाष जी को दिखाया गया तो काफी संतुष्ट लग रहे थे।