Sushant Singh Rajput: नेपोटिज़्म पर बोलीं एक्ट्रेस रूपा गांगुली, 'नहीं देखूंगी ऐसे लोगों की फिल्में'
Sushant Singh Rajput Suicide सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद रूपा गांगुली का कहना है कि वो उन बॉलीवुड सेलेब्स की फिल्मों का बहिष्कार करेंगी जो फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद रूपा गांगुली का कहना है कि वो उन बॉलीवुड सेलेब्स की फिल्मों का बहिष्कार करेंगी, जो फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज़्म को बढ़ावा दे रहे हैं। एक्ट्रेस ने सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड करने के बाद नेपोटिज़्म पर हो रही बहस के बीच यह फैसला लिया है। महाभारत में द्रोपदी का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस गांगुली ने कहा, 'मैं अब कुछ खास लोगों की फिल्में नहीं देखूंगी, क्योंकि उन्होंने देश को संदेश दिया है कि छोटे शहरों के लड़कों और लड़कियों को इंडस्ट्री में नहीं आना चाहिए।'
साथ ही एक्ट्रेस ने कहा, 'नेपोटिज्म हर जगह होगा। माता-पिता निश्चित रूप से अपने बच्चों की मदद कर सकते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि कुछ लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिया जाए।' एक्ट्रेस सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस के बाद से लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रही हैं। साथ ही अपने ट्विटर पर #cbiforsushant के साथ ट्वीट कर रही हैं। सुशांत की मौत पर सवाल उठाते हुए एक्ट्रेस ने कहा है, 'कोई सुसाइड नोट, कोई स्टूल/कुर्सी या कमरे में कुछ ऐसा नहीं मिला, जिससे लटका जा सकता है, लेकिन पुलिस ने निष्कर्ष निकाल लिया कि यह सुसाइड है।' Mahabharata Epic @roopaganguly7 #roopaganguly #mahabharat #brchoprasmahabharat #draupadi A post shared by Roopa Ganguly 🔵 (@roopaganguly7) on Jul 4, 2020 at 8:50pm PDT
साथ ही उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस को दिए अपने इंटरव्यू में कहा, 'इसे एक आकस्मिक मौत कहने के बजाय, पुलिस ने रिपोर्ट बनाई कि यह आत्महत्या है। बताया जा रहा है कि वो कुछ दिन पहले से डिप्रेशन से गुजर रहे थे। इसने हमारे दिमाग में एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। सुसाइड नोट के बिना, पुलिस ने पोस्टमॉर्टम से पहले भी इसे आत्महत्या कैसे कहा?' Photography is a way of feeling, of touching, of loving. @roopaganguly7 #roopaganguly A post shared by Roopa Ganguly 🔵 (@roopaganguly7) on Jun 22, 2020 at 7:40am PDT
एक्ट्रेस का कहना है, 'मैं मुंबई पुलिस की क्षमता पर सवाल नहीं उठा रही हूं, लेकिन मुझे लगता है कि सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसी की ओर से जांच करवाना अधिक निष्पक्ष होगा। पुलिस विभाग इसे अन्य एजेंसियों से मदद लेने के लिए अपमान क्यों मानती है? अगर वे इतने निश्चित हैं कि यह आत्महत्या है तो उन्हें वास्तव में हमें यह साबित करने के लिए सीबीआई को फोन करना चाहिए।'