'छिछोरे' को नेशनल अवॉर्ड मिलने पर खुश हुईं सुशांत सिंह राजपूत की बहन, पोस्ट शेयर कर फिल्म की टीम का किया धन्यवाद
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत स्टारर फिल्म छिछोरे को सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया। इस अवॉर्ड को फिल्म के निर्माता साजिद नाडियाडवाला और निर्देशक नितेश तिवारी ने दिवंगत अभिनेता को समर्पित किया है। जिसे देख सुशांत की बड़ी बहन श्वेता सिंह कीर्ति भी खासी खुश हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। बीते दिन 67वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड का आयोजन किया गया। जिसमें बॉलीवुड जगत की कई फिल्मों और सितारों को राष्ट्रीय परस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत स्टारर फिल्म 'छिछोरे' को सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड दिया गया। इस अवॉर्ड को फिल्म के निर्माता साजिद नाडियाडवाला और निर्देशक नितेश तिवारी ने दिवंगत अभिनेता को समर्पित किया है। जिसे देख सुशांत की बड़ी बहन श्वेता सिंह कीर्ति भी खासी खुश नजर आ रही हैं।
दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। ऐसे में वो कई पोस्ट भी शेयर करती रहती हैं। अब हाल ही में छिछोरे को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार से श्वेता बेहद खुश हैं। उन्होंने फिल्म छिछोरे के सेट से पूरी टीम की एक तस्वीर शेयर की है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए श्वेता ने लिखा, 'भाई गर्व के इस क्षण को हम सभी के साथ साझा कर रहे हैं। वो एक शक्ति के रूप में हमारे साथ नेशनल फिल्म अवॉर्ड में मौजूद हैं, धन्यवाद! भाई को पुरस्कार समर्पित किया जाता हुआ देख मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। छिछोरे की पूरी टीम को धन्यवाद और बधाई।' Bhai is sharing this moment of pride with all of us, he is present with us in spirit #NationalFilmAwards Thank You! 🙏 It makes my chest swell with pride to see the award being dedicated to Bhai. Thanks and congratulations to the whole team of #Chhichhore #SushantOurPride pic.twitter.com/U3nW6DupyW
बता दें कि बीते दिन अवॉर्ड लेने के बाद साजिद नाडियाडवाला और निर्देशक नितेश तिवारी ने ये अवॉर्ड सुशांत सिंह राजपूत के समर्पित किया था। जिसके बाद सुशांत के फैंस के बीच भी खासी खुशी देखी गई। बता दें कि फिल्म 'छिछोरे' दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी थिएटर रिलीज फिल्म थी। इस फिल्म को दर्शकों का ढेर सारा प्यार मिला था। फिल्म के माध्यम से बताया गया था कि हार और जीत दोनों ही जीवन के एक पहलू हैं। जितना जरूरी जीवन में जीतना है उससे कहीं ज्यादा मायने हार रखती है।