Sikandar Kher On Nepotism: नेपोटिज़्म पर बोले सिकंदर खेर, 'माता-पिता ने कभी मेरे लिए सिफारिश नहीं की'
Sikandar Kher On Nepotism परिवारवाद पर चल रही बहस के साथ-साथ इंडस्ट्री में अपने बारह वर्षों के अनुभव को सिकंदर खेर दैनिक जागरण के साथ साझा किए।
मुंबई,(दीपेश पांडेय)। हाल ही में रिलीज वेब सीरीज 'आर्या' में दौलत के किरदार में सिकंदर खेर की काफी सराहना हुई। सिकंदर आगामी दिनों में रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी फिल्म 'सूर्यवंशी' में भी नजर आएंगे। इन दिनों परिवारवाद पर चल रही बहस के साथ-साथ इंडस्ट्री में अपने बारह वर्षों के अनुभव को उन्होंने दैनिक जागरण के साथ साझा किए। आइए जानते हैं...
1. 'आर्या' के लिए मम्मी किरण खेर और पिता अनुपम खेर की क्या प्रतिक्रिया रही?
-दोनों ने यह शो देखा। अपने हर प्रोजेक्ट के लिए मुझे मम्मी की प्रतिक्रिया का बेसब्री से इंतजार होता है। वह हमेशा वास्तविक प्रतिक्रिया देती हैं। अगर पसंद नहीं आता है तो मेरे सामने ही खराब कह देती हैं। मुझे खुशी है 'आर्या' में मेरे काम के साथ-साथ मम्मी-पापा को पूरा शो बहुत पसंद आया।
2. अच्छे किरदार चुनना या किसी भी किरदार को अच्छे तरीके से निभाना, आपके लिए क्या ज्यादा मायने रखता है?
-किरदार चुनते समय कहानी मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। कहानी अच्छी रहेगी, तो उसके सारे किरदार निखर कर सामने आते हैं। मुझे अलग-अलग किरदार निभाने में मजा आता है। मेरी कोशिश रहती है कि मैं अपने किरदार को दूसरों से अलग और अच्छी तरह से निभाऊं। इसलिए मैं किसी एक चीज को प्राथमिकता नहीं दे सकता। मेरे लिए दोनों बराबर मायने रखते हैं।
3. 'सूर्यवंशी' में आपके किरदार में क्या अलग दिखेगा?
-इस फिल्म में मेरा जॉन नामक एक छोटा-सा किरदार है, जो गोवा में रहता है। किरदार छोटा लेकिन काफी मजेदार है। रोहित शेट्टी बड़ी फिल्में बनाने में माहिर हैं। इस फिल्म को बैंकॉक और मुंबई में शूट किया गया है। अक्षय कुमार और रोहित दोनों प्रोफेशनल होने के साथ सेट पर काफी हंसी-मजाक भी करते रहते हैं। ऐसे में उनके सेट पर हमेशा हल्का-फुल्का माहौल बना रहता है।
4. 'सूर्यवंशी' में क्या आप भी एक्शन अवतार में नजर आएंगे?
-हां, फिल्म में मेरे भी एक-दो एक्शन सीक्वेंस हैं। फिलहाल फिल्म रिलीज नहीं हुई है, तो ज्यादा विस्तार से नहीं बता सकता। बहरहाल, मैं एक अन्य वेब सीरीज में भी काम कर रहा हूं, जिसके कुछ हिस्सों की शूटिंग हो चुकी है। जल्द ही हम बाकी हिस्सों की शूटिंग शुरू करेंगे।
5. क्या डिजिटल प्लेटफॉर्म की वजह से स्टारडम सिस्टम पर भी कुछ फर्क पड़ा है?
-किसी को स्टार बनाने में प्रशंसकों का ही हाथ होता है। लोगों को जिसका काम पसंद आता है उन्हें स्टार बना देते हैं। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी स्टार बन रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं कि वह डिजिटल प्लेटफॉर्म तक ही सीमित रहेंगे। स्टार बनने के पीछे लोगों की वर्षों की कड़ी मेहनत होती है। अमिताभ बच्चन हों या शाह रुख खान, हर सुपरस्टार अपने स्टारडम को बनाए रखने के लिए आज भी खूब मेहनत करता है। मुझे नहीं लगता कि इससे किसी के स्टारडम पर कोई फर्क पड़ेगा।
6. इन दिनों परिवारवाद पर चल रही बहस पर आपका क्या नजरिया है?
-सिर्फ सिनेमा ही नहीं परिवारवाद हर क्षेत्र में है। यह एक सामान्य चीज है। मैं सिर्फ अपने बारे में बोल सकता हूं। मेरे माता-पिता ने काम दिलाने के लिए कभी किसी से मेरी सिफारिश नहीं की। मैं खुद नहीं चाहता कि वे मेरे लिए किसी से काम की सिफारिश करें। अब तक मैंने जितना भी काम किया है, सब स्क्रीनटेस्ट और ऑडिशन देने के बाद ही मिला है। इस परिवेश में पले-बढ़े होने से यह फायदा जरूर होता है कि मैं दूसरों की अपेक्षा निर्माता या निर्देशक से आसानी से मिल सकता हूं।
7. इन बारह वर्षों में आपने इंडस्ट्री में किस तरह के बदलाव देखे हैं?
-इन वर्षों में बदलाव के साथ इंडस्ट्री बेहतर हुई है। अब पहले से अलग और अच्छी फिल्मों बन रही हैं। हर तरह के लेखक, फिल्म निर्माता और कलाकारों को मौका मिल रहा है। अब कोई भी फिल्म छोटी नहीं होती है। हम जिन्हें छोटी फिल्में कहते हैं वे भी सौ करोड़ से ज्यादा की कमाई कर रही हैं, ऐसे में वह छोटी कैसे हुई।