तो कटघरे में खड़ा नहीं होता, जानें सलमान ने क्यों कहा ऐसा, Autobiography को लेकर भी कही ये बात
सलमान खान ने बताया कि पहले वह बचपन में कभी-कभी डायरी लिखते थे. फिल्म नोटबुक सलमान खान के प्रोडक्शन द्वारा बनाई गई है।
अनुप्रिया वर्मा, मुंबई. सलमान खान अपने होम प्रोडक्शन की फिल्म नोटबुक को लेकर व्यस्त हैं. ऐसे में सलमान खान से जब मीडिया ने जानना चाहा कि क्या उन्हें बचपन में कभी डायरी लिखने या नोटबुक लिखने की आदत रही है.
सलमान खान ने बताया कि पहले वह बचपन में कभी-कभी डायरी लिखते थे. लेकिन दिलचस्प बात यह है कि जब वह बड़े हुए तो उन्होंने अपनी डायरी में जब कई सारी बातें लिखनी शुरू की तो उन्हें समझ आया कि अगर मैं सच ही लिखूंगा तो किसी को प्रॉब्लम हो जायेगी. फिर कुछ और लिखना शुरू किया तो उन्हें लगा कि उन्हें प्रॉब्लम हो जायेगी. इसके बाद उन्होंने लिखने का सिलसिला छोड़ दिया. सलमान ने यह भी साफ-साफ कहा कि उनकी न तो कोई बायोपिक Biopic बनाने की इच्छा है और न ही वह अपने जीवन पर कोई ऑटोबायोग्राफी Autobiography लिखने वाले हैं.
वहीं जब सलमान खान से इसी इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि क्या उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी लार्जर देन लाइफ इमेज होने के कारण फिल्मों में अपने किरदारों को लेकर प्रयोग नहीं कर पाते हैं. इस पर सलमान ने चौंकाने वाला जवाब देते हुए कहा कि आपने कभी कटघरा देखा है? मैंने देखा है. अगर मैं वाकई में इतना लार्जर देन लाइफ होता तो मुझे कभी कटघरे में खड़ा नहीं होना पड़ता. कई बार मैं वहां खड़ा हो चुका हूं.
बता दें कि सलमान की जिंदगी में कई विवाद जुड़े हैं, जिनकी वजह से उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा है और कटघरे में भी खड़े रहना पड़ा है.