Corona काल में सलमान ख़ान फिर बने इंडस्ट्री के दिहाड़ी मज़दूरों के मसीहा, 25 हज़ार वर्कर्स को देंगे इतने पैसे
कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। एक तरफ जहां देश दवाई ऑक्सीज़न हॉस्पिटल्स बेड्स और खाने की किल्लत से जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ लोग एक दूसरे की मदद के लिए खुलकर हाथ बढ़ा रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। एक तरफ जहां देश दवाई, ऑक्सीज़न, हॉस्पिटल्स, बेड्स और खाने की किल्लत से जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ लोग एक दूसरे की मदद के लिए खुलकर हाथ बढ़ा रहे हैं। ऐसे में लोगों की जिंदगी की बागडोर कुछ सेलेब्स ने भी थामी है और जिसे जैसे जो बन पड़ रहा है वो वैसे लोगों की मदद कर रहा है। कोई फंडिंग जुटा रहा है तो कोई हॉस्पिटल्स में ऑक्सीजन की पूर्ती में मदद कर रहा है।
ऐसे में बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान ख़ाने इंडस्ट्री के दिहाड़ी मज़दूरों की मदद का बेड़ा उठाया है। सलमान ने इंडस्ट्री के 25 हज़ार वर्कर्स की मदद कर रहे हैं और इस बात की जानकारी दी है। जिसमें तक्नीशियन, मेकअप आर्टिस्ट, स्टंटमेन और स्पॉटब्वॉय की शामिल हैं। Federation of Western Indian Cine Employees (FWICE) के प्रेसिडेंट बीएन तिवारीने दी है।
ईटाइम्स से बात करते हुए बीएन तिवारी ने कहा, ‘महने सलमान को लोगों की लिस्ट भेजी थी और वो इनकी मदद करने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने वादा किया की वो इन वर्कर्स की मदद करेंगे’। खबर के मुताबिक सलमान हर एक मज़ूदर को 1,500 रुपये दान करेंगे। इसके अलावा बीएन तिवारी ने बताया कि, हमने 35,000 वरिष्ठ नागरिक कार्यकर्ताओं की एक लिस्ट यशराज फिल्म्स को भेजी है और वो भी इनकी मदद करने के लिए राज़ी हो गए हैं। यशराज फिल्म्स ने 5000 रुपये और मासिक राशन देने का वादा किया है’।
आपको बता दें कि न सिर्फ सलमान ख़ान, बल्कि भाईजान की फिल्म 'राधे- योर मोस्ट वॉन्टेड भाई' के निर्माताओं ने भी हाल ही में इस बात एलान किया है कि वो फिल्म की कमाई का एक हिस्सा कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के लिए दान करेंगे। इसके लिए निर्माताओं ने एनजीओ गिव इन इंडिया से हाथ मिलाया गया है, जिसके ज़रिए और भी कई सेलेब्रिटी कोरोना वायरस पैनडेमिक के लिए आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। राधे का निर्माण सलमान ख़ान फ़िल्म्स और ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज ने मिलकर किया है। राधे सिनेमाघरों के साथ ज़ीप्लेक्स, ज़ी5 और डीटीएच प्लेटफॉर्म्स Pay Per View के आधार पर उपलब्ध रहेगी। टिकट बिक्री और विभिन्न प्लेटफॉर्म्स से होने वाली कमाई को हेल्थकेयर सिस्टम को सपोर्ट करने के लिए डोनेट किया जा रहा है।