एम जे अकबर ने लिखा मैं भी चौकीदार, अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने दिया करारा जवाब

एम जे अकबर ने मी टू के सभी आरोपों को झूठा बताते हुए खुद को बेकसूर बताया था लेकिन उन्हें अक्टूबर 2018 में केंद्रीय राजयमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

By Rahul soniEdited By: Publish:Sun, 17 Mar 2019 09:19 PM (IST) Updated:Wed, 20 Mar 2019 11:26 PM (IST)
एम जे अकबर ने लिखा मैं भी चौकीदार, अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने दिया करारा जवाब
एम जे अकबर ने लिखा मैं भी चौकीदार, अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने दिया करारा जवाब

मुंबई। लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर चौकीदार चोर है के आरोप लगाए गए। इसके बाद पीएम मोदी ने इसका ही नया अभियान शुरू कर दिया मैं भी चौकीदार और ट्विटर पर नाम के आगे चौकीदार लगा लिया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के लगभग सभी नेताओं ने ऐसा ही किया। लेकिन एम जे अकबर ने जब ऐसा किया तो अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने उन्हें ताना मारते हुए ट्विट किया। 

दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के नेता एमजे अकबर ने भी पीएम मोदी के कैंपन में शामिल होते हुए एक ट्वीट किया। लेकिन उनके इस ट्विट के बाद ही बॉलीवुड अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने ऐसा जवाब दिया कि वो वायरल हो गया। एमजे अकबर ने ट्विट किया था कि, ''मैं खुद को MainBhiChowkidar से जोड़कर गर्व महसूस कर रहा हूं। देश को प्यार करने वाला नागरिक होने के नाते मैं भ्रष्टाचार, गंदगी, गरीबी और आंतकवाद को हराने व बेहतर, मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित देश बनाने में अपना पूरा सहयोग दूंगा।''

I am proud to join #MainBhiChowkidar movement. As a citizen who loves India, I shall do my best to defeat corruption, dirt, poverty & terrorism and help create a New India which is strong, secure & prosperous.

— M.J. Akbar (@mjakbar) March 16, 2019

अभिनेत्री रेणुका शहाणे ने एमजे अकबर के ट्विट पर रिप्लाई करते हुए लिखा- ''अगर आप भी चौकीदार हैं तो कोई भी महिला सुरक्षित नहीं।''

Agar aap bhi chowkidaar hain toh koi mahila surakshit nahi #BesharmiKiHadd @IndiaMeToo https://t.co/CQyIBm0waL — Renuka Shahane (@renukash) March 16, 2019

बता दें कि, जब अभिनेत्री तनुश्री दत्त ने मी टू कैंपेन के तहत आवाज बुलंद की थी उसके बाद एक के बाद एक मी टू को लेकर बाकी महिलाओं ने आवाज उठाई थी। मी टू कैंपेन के तहत एम जे अकबर पर भी कई महिला पत्रकारों ने आरोप लगाए थे जिसके बाद उनकी किरकिरी हुई थी। यही कारण है कि मी टू के आरोपों के कारण उन्हें बदनामी आज तक झेलनी पड़ रही है। एम जे अकबर ने इन सभी आरोपों को झूठा बताते हुए खुद को बेकसूर बताया था लेकिन उन्हें अक्टूबर 2018 में केंद्रीय राजयमंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

chat bot
आपका साथी