पर्दे की कामयाब अभिनेत्री नीलिमा अजीम की पर्सनल लाइफ में रहा दर्द!
फिल्म अभिनेता शाहिद कपूर की मां और बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा नीलिमा आज़मी की प्रोफेशनल लाइफ तो कामयाब रही है लेकिन अपनी पर्सनल लाइफ में एक्ट्रेस ने बहुत दर्द झेला है। इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार पंकज कपूर से शादी फिर तलाक...
नई दिल्ली, जेएनएन। फिल्म अभिनेता शाहिद कपूर की मां और बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा नीलिमा आज़मी की प्रोफेशनल लाइफ तो कामयाब रही है, लेकिन अपनी पर्सनल लाइफ में एक्ट्रेस ने बहुत दर्द झेला है। इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार पंकज कपूर से शादी फिर तलाक...उसके बाद फिल्म एक्टर और टीवी अभिनेता राजेश खट्टर से शादी और उनसे भी तलाक... राजेश खट्टर के बाद नीलिमा रज़ा अली खान से शादी की लेकिन वो भी नहीं चल सकी। तीन शादी होने के बाद नीलिमा आज अकेले जंदगी गुज़ार रही हैं। हालांकि वो अपने बच्चों और बहू मीरा कपूर से अक्सर मिलती रहती हैं और उनके साथ काफी खुश हैं। लेकिन कुछ वक्त पहले नीलिमा ने अपने दो तलाक का दर्द बयां किया था।
कब शादी और कब तलाक :
एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो पंकज कपूर से अलग नहीं होना चाहती थीं, लेकिन जब तक वो रिश्ते को संभाल पातीं तब तक बहुत देर हो चुकी थी और पंकज अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुके थे। बताते चलें कि नीलिमा और पंकज कपूर की शादी सन् 1979 में हुई थी इसके बाद 1981 में शाहिद कपूर जन्म हुआ और 1984 में नीलिमा और पंकज एक दूसरे से अलग हो गए। यानी जब शाहिद कपूर तीन साल के थे तभी नीलिमा और पंकज का तलाक हो गया था। इसके बाद नीलिमा ने 1991 में राजेश खट्टर से शादी की, लेकिन वो भी नहीं चली और ईशान खट्टर के जन्म के बाद 2001 में दोनों अलग हो गए। इसके बाद एक्ट्रेस ने 2004 में रज़ा अली खान से शादी और वो भी 2009 में टूट गई।
पंकज कपूर से नहीं होना चाहती थीं अलग
पिंकविला से बात करते हुए निलीमा ने बताया था ‘मैंने कभी पंकज से अलग होने का फैसला नहीं किया था, लेकिन वो आगे बढ़ चुके थे। ये मेरे लिए समझ पाना बहुत मुश्किल था, लेकिन उसके पास भी अपनी वजह थीं। हम बहुत लंब समय से दोस्त थे, जब मैं 15 साल की थी शायद तब से हम दोस्त थे। जब हम अलग हुए यानी जब हमारा तलाक हुआ। ये दोनों के लिए बहुत दर्दभरा था’।
इसके अलावा बॉलीवुड बबल को दिए एक इंटरव्यू में नीलिमा ने कहा था, ‘जब मैं पंकज से अलग हुई और मेरा रिश्ता खत्म हुआ ये मेरे लिए वास्तव में दुख, पीड़ा, अस्वीकृति, चिंता, दर्द, एक अनजाना डर और बहुत सारी असुरक्षा का अनुभव हुआ था। ऐसा इसलिए क्योंकि ये पहली बार था जब मैं फिसल गई थी। मैं खुद को हारा हुआ महसूस जरूर कर रही थी, लेकिन मैं इसे मेरी जिंदगी में हुई एक भयानक चीज के रूप में नहीं देखती। मैं बस इतना सोचती हूं कि मुझे शायद इस तरह के ठोकर की जरूरत थी। हम सभी को यह समझना चाहिए कि हम असाधारण नहीं हैं। हम बस इंसान हैं जिन्हें अस्वीकार किया जा सकता है। इस दर्द से और इस पूरे माहौल से बाहर निकलने में मुझे एक-डेढ़ साल लग गए।'
राजेश खट्टर के साथ टिक सकती थी शादी लेकिन...
राजेश खट्टर से शादी के सवाल पर नीलिमा कहती हैं, 'शायद हमारी दूसरी शादी टिक सकती थी अगर कुछ चीजें नहीं होतीं। लेकिन उन बातों को इग्नोर करना शायद गलत होता और वो नामुमकिन भी था। मुझे लगता है कि यह शादी बच सकती थी अगर इस पर और ज्यादा कंट्रोल, ज्यादा लॉजिक और सेंस होता लेकिन यह खत्म हो गया। यह सब बॉम्बे (मुंबई) में हुआ। सभी संघर्षों, दबावों के साथ।'