Milind Soman की पत्नी अंकिता कोंवर का दावा, लोग 'कोरोना' और 'चिंकी' जैसे कमेंट कर नीचा दिखाने की करते हैं कोशिश
अंकिता ने यह भी कहा आज भी मेरे पेज पर आकर कोरोना चाइनीस या चिंकी जैसे कमेंट करते हैं जो कि बहुत ही निराशाजनक हैl उन्होंने यह भी कहा मुझे सोशल मीडिया पर ही नहीं सड़कों पर भी इस प्रकार की चीजों का सामना करना पड़ा हैl
नई दिल्ली, जेएनएनl मिलिंद सोमन की पत्नी अंकिता कोंवर ने सोशल मीडिया पर मिलने वाले कमेंट के बारे में बताते हुए कहा है कि उन्हें नीचा दिखाने का प्रयास किया जाता है और इसका प्रमुख कारण है कि वह एक विशेष स्थान से आती है और वह अलग दिखती है। दरअसल हाल ही में देश की बेटी मीराबाई चानू ने ओलंपिक में भारत का पताका लहराते हुए सिल्वर मेडल जीता हैl
अब अंकिता कोंवर को लगता है कि क्या नॉर्थ ईस्ट के लोगों को देश में पहचान बनाने के लिए मेडल जीतना जरूरी हैl उन्होंने हाल ही में उनके ट्वीट को लेकर मिली रेसिस्ट प्रतिक्रिया पर अपनी बात कही हैl उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कमियों को लोगों को अपनाना होगाl अंकिता कोंवर कहती है, 'यह एक व्यक्ति से नहीं बदलेगा, मैं प्रयास कर रही हूं कि एक समाज के तौर पर यह सभी में विकसित होl अंकिता असम से हैंl If you’re from Northeast India, you can become an Indian ONLY when you win a medal for the country. Otherwise we are known as “chinky” “Chinese” “Nepali” or a new addition “corona”. India is not just infested with casteism but racism too. Speaking from my experience. #Hypocrites
अंकिता इस बारे में बताते हुए कहती है, 'मैं ऐसे लोगों को जानती हूं जो नॉर्थईस्ट के लोगों को चिंकी कहकर पुकारते हैंl मैंने उन्हें कई बार डांटा हैl अब मैं उन्हें देखती हूं, वह आकर कहते हैं कि हमें आप पर गर्व हैl जब मैं ऐसी पोस्ट को देखती हूं तो मुझे लगता है कि मैडल जीतने के बाद अब आपको लगता है कि हम भारत से हैं और जब हम आपके साथ थेl तब तो आपको ऐसा नहीं लगता थाl यह तभी लगता है, जब कोई मेडल जीतता हैl तभी आपको लगता है कि हम इस देश का हिस्सा है और बाकी लोगों का क्याl'
I’m Ankita Konwar 😊— Ankita Konwar (@5Earthy) July 27, 2021
अंकिता ने यह भी कहा, 'आज भी मेरे पेज पर आकर कोरोना, चाइनीस या चिंकी जैसे कमेंट करते हैं जो कि बहुत ही निराशाजनक हैl' उन्होंने यह भी कहा, 'मुझे सोशल मीडिया पर ही नहीं, सड़कों पर भी इस प्रकार की चीजों का सामना करना पड़ा हैl' अंकिता कोंवर कहती है, 'मैं बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई और दिल्ली में रह चुकी हूंl मैं इसके साथ रहना सीख गई हूंl जब आप रोड पर चलते हैं, तो लोग आपको नाम लेकर पुकारते हैंl जब आप दोस्तों के साथ जाते हैं तो आपके साथ अलग तरीके से व्यवहार किया जाता हैl लोग आपको अलग तरीके से देखते हैं।'