Sushant Singh Rajput को लेकर भावुक हुईं कृति सेनन, लिखा- ऐसा लगता है, यहीं आस-पास हो और मैं...
पिछले साल 14 जून को सुशांत का शव उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मिला था। सुशांत के आकस्मिक और दुखद निधन ने पूरे देश का हिला दिया था। फ़िल्म इंडस्ट्री सदमे में थी। कृति सेनन भी अपने राब्ता को-एक्टर को लेकर बहुत दुखी हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। सुशांत सिंह राजपूत के दुखद निधन की पहली बरसी पर उनके साथ काम करने वाले तमाम लोग उन्हें याद कर रहे हैं। कृति सेनन भी अपने राब्ता को-एक्टर को लेकर बहुत दुखी हैं, जिसका अंदाज़ा उनकी इंस्टाग्राम पोस्ट से हो रहा है। कृति ने सुशांत के साथ अपनी कई तस्वीरों का कोलाज बनाकर शेयर किया है, जिसके साथ उन्होंने लिखा कि उन्हें अभी भी सुशांत के जाने का यक़ीन नहीं होता। लगता है कि कहीं आस-पास ही हैं और अचानक कभी मिल जाएंगे।
राब्ता 2017 में आयी थी। इस फ़िल्म के साथ निर्माता दिनेश विजन ने निर्देशकीय पारी शुरू किया थी। फ़िल्म बॉक्स ऑफ़िस पर नहीं चली, मगर कृति के साथ सुशांत की दोस्ती ख़ूब चर्चित रही थी। अब कृति ने सुशांत को याद करके लिखा- पहली बार जब मैंने तुम्हारे साथ शूट किया था- हमारा लुक टेस्ट। दो बिल्कुल अजनबी लोग। एक-दूसरे से मिलना तय था। एक फ़िल्म, जो दो जहान के बीच समझ से परे संबंध की बात करती है। दो अलग-अलग दुनिया में आधारित।
आज, यह महसूस करके इतना दर्द होता है कि हम दोनों एक दुनिया में नहीं हैं। अभी भी लगता है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। जैसे कि तुम कहीं आस-पास ही हो और अचानक मुझे मिल जाओगे। मुझे नहीं लगता कि कभी यह जज़्ब होगा। लेकिन, मैं दुआ करती हूं कि तुम ख़ुश रहो। शांति से रहो। जहां कहीं भी हो। कृति ने बताया कि यह कोलाज अनायता श्रॉफ ने शेयर किया है।
View this post on Instagram
A post shared by Kriti (@kritisanon)
पिछले साल 14 जून को सुशांत का शव उनके मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में मिला था। सुशांत के आकस्मिक और दुखद निधन ने पूरे देश का हिला दिया था। फ़िल्म इंडस्ट्री सदमे में थी। 15 जून को मुंबई के पवन हंस शवदाह गृह में सुशांत का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुंबई पुलिस ने शुरुआती जांच सुसाइड मानकर की थी। हालांकि, कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था।
बाद में सुशांत के पिता द्वारा पटना में रिया चक्रवर्ती और अन्य के ख़िलाफ़ मामला दर्ज़ करवाने के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जांच सीबीआई को सौंपी गयी थी। सीबीआई को जांच सौंपने की सिफ़ारिश केंद्र सरकार से बिहार सरकार ने की थी।