फरहान अख्तर ने पीएमसी बैंक से जुड़े मामले पर किया ट्वीट, जताई नाराजगी
Farhan Akhtar takes A Dig At PMC Bank Scam भारतीय रिजर्व बैंक ने 4355 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद पीएमसी बैंक से धन निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया हैंl
नई दिल्ली, जेएनएनl जहां पूरा देश पंजाब और महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले से चिंतित है और कई खाताधारकों की मौत भी हुई हैl बॉलीवुड अभिनेता और फिल्म निर्माता फरहान अख्तर का ताजा ट्वीट इस मुद्दे पर कटाक्ष करता नजर आ रहा है।
फरहान अख्तर ने ट्वीट कर लिखा है, ‘तथ्य यह है कि मेहनती और ईमानदार लोग अपनी बचत खो चुके हैं और खुद को मार रहे हैंl जबकि चोर स्वतंत्र घूम रहे हैंl वह ऐसे कानून संरक्षित है जो तोड़-मरोड़ कर बनाया गया है। यह सही नहीं हैंl लोगों को अपने पैसे वापस पाने का अधिकार हैं और अपराधी जेल में सड़ने के लायक हैं।’ फरहान ने गुरुवार को यह ट्वीट किया। The fact that hardworking honest people have lost their savings and are killing themselves while the thieves roam free, protected by whatever twisted law allows it, is just not right. The people deserve their money back NOW and the culprits deserve to rot in jail FOREVER.
हालांकि 'द स्काई इज़ पिंक' के अभिनेता ने कही भी बैंक का नाम नहीं लिया हैl ट्विटर के यूजर का मानना है कि फरहान अख्तर का इशारा पीएमसी बैंक घोटाले की ओर है।
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एक उपयोगकर्ता ने फरहान के ट्वीट के तहत टिप्पणी की और लिखा, ‘आम लोगों की दुर्दशा के लिए खड़े होने के लिए धन्यवाद फरहान जी। पीड़ित जमाकर्ताओं के समर्थन में आगे आने के लिए बहुत कम लोगों ने हिम्मत दिखाई है।’ एक अन्य टिप्पणी में लिखा है, ‘हां सर, लोग बहुत दयनीय मानसिक और शारीरिक अवस्था में हैंl आरबीआई का दिल पत्थर का लगता है और लोग उनकी अक्षमता के कारण पीड़ित हैंl’
रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक ने 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद पीएमसी बैंक से धन निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया हैंl इसके बाद दो खाताधारकों की मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई, जबकि एक अन्य ने आत्महत्या कर ली।
इस बीच हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) के प्रमोटरों राकेश और सारंग वधावन, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 3 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया और अब इन लोगों ने मुंबई पुलिस और आरबीआई को लिखा है कि वे उनकी 19 परिसंपत्तियों को कंपनी द्वारा लिए गए ऋण को उचित दरों पर बेच दें।