Into The Wild With Bear Grylls : बेयर ग्रिल्स ने बताया कितना मुश्किल होता है आइलैंड में जिंदा बचे रहना, पढ़ें पूरा इंटरव्यू

इनटू द वाइल्ड विद बेयर ग्रिल्स शो में एडवेंचरर बेयर ग्रिल्स के साथ पिछले दिनों अभिनेता अजय देवगन नजर आए थे। इससे पहले उनके जंगल में जिंदा रहने के तरीके बताने वाले उनके शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ…

By Nazneen AhmedEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 02:22 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 03:06 PM (IST)
Into The Wild With Bear Grylls : बेयर ग्रिल्स ने बताया कितना मुश्किल होता है आइलैंड में जिंदा बचे रहना, पढ़ें पूरा इंटरव्यू
Photo credit - bear Grylls Instagram Account

प्रियंका सिंह, मुंबई। 'इनटू द वाइल्ड विद बेयर ग्रिल्स' शो में एडवेंचरर बेयर ग्रिल्स के साथ पिछले दिनों अभिनेता अजय देवगन नजर आए थे। इससे पहले उनके जंगल में जिंदा रहने के तरीके बताने वाले उनके शो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ फिल्म जगत से अक्षय कुमार, रजनीकांत समेत कई लोग जंगल के माहौल को करीब से देख चुके हैं। जंगल की विपरीत परिस्थितियों में रहने के तरीके बताने वाले बेयर ने भारतीय सितारों और प्रधानमंत्री के साथ शो करने के अनुभवों, अपने डर, साल 1996 में हुए एक हादसे के बाद जीवन में आए बदलावों जैसे कई मुद्दों पर बातचीत की :

सवाल : हाल ही में अजय देवगन के साथ शो करने का अनुभव कैसा रहा?

जवाब : आइलैंड में सर्वाइव करना बहुत मुश्किल होता है। वह दिखते तो बहुत शानदार हैं, लेकिन वहां जिंदा बचे रहना बहुत मुश्किल होता है। वहां पर पीने का पानी बहुत कम होता है, मौसम भी अजीबो-गरीब होता है। आपको प्राकृतिक खाने की चीजों पर निर्भर रहना पड़ता है। पानी में शार्क जैसी खतरनाक मछलियां होती हैं। इसका अनुभव अजय को नहीं था। उनके साथ काम करके मैंने पाया कि वह बहुत मेहनती, विनम्र, परिवार का खास ध्यान रखने वाले व्यक्ति हैं। उनके सफर के बारे में जानना अलग अनुभव रहा। उन्होंने अपनी जिंदगी में कई बार विफलताओं का सामना किया, उसके बाद वह शीर्ष पर पहुंचे।

सवाल : भारत और बॉलीवुड की कौन सी चीजें आपको पसंद आईं?

जवाब : यहां से मिलने वाला ढेर सारा प्यार मुझे यहां के लोगों से जोड़ता है। इसके लिए मैं लोगों का आभारी हूं। बॉलीवुड के सितारों के साथ हम ऐसी चीजें दिखाते हैं, जो पहले कभी नहीं देखी गई। वहां उनका वास्तविक साइड देखने को मिलता है। उसमें उनके काम से इतर उनकी रियल लाइफ की कहानी, संघर्ष और जिंदगी के जुनून के बारे में बातें होती है।

सवाल : आपने अपने शो में कलाकारों का चयन कैसे करते हैं? क्या पहले उनका काम देखते हैं?

जवाब : हम उन लोगों को चुनते हैं जो अपनी फील्ड में टॉप पर होते हैं। इस शो में उन्हें ऐसी चीजें करनी होती हैं, जो इससे पहले उन्होंने न किसी चैट शो में की होती हैं, न ही किसी इंटरव्यू में। यहां मेकअप भी नहीं होता है। एक वास्तविक इंसान से परिचय होता है। यहां पर उनको बहुत मेहनत करनी पड़ती है, धूल-मिट्टी में काम करना पड़ता है। इस शो में चयन की प्रक्रिया यह है कि एडवेंचर में दिलचस्पी हो और मुझ पर विश्वास हो कि मैं उन्हें सुरक्षित रखूंगा। मेरी दिलचस्पी उनकी जिंदगी और पृष्ठभूमि को जानने की होती है। मैं उससे जितना संभव हो सीखने की कोशिश करता हूं। इस शो का जादू यही है कि आपको कलाकारों की असल जिंदगी के बारे में जानने का मौका मिलता है कि उन्हें किन मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वह भले ही दर्शकों के लिए सुपरस्टार हो, लेकिन असल में वह भी एक आम इंसान होते हैं। वह सब अलग-अलग बैकग्राउंड से आते हैं। हमें उनके सफर से काफी प्रेरणा भी मिलती है।

सवाल : क्या शो में दिखाए गए टास्क को करने से पहले आपकी टीम उसे खुद करके देखती है?

जवाब : नहीं, हम लोकेशन का चयन करते हैं। वह अच्छी जगह होनी चाहिए, जहां पर हम परफॉर्म कर सकें और सुरक्षित निकल सकें। हम खोजबीन करते हैं कि वहां पर हमारा सफर कैसा रहेगा वहां पर कोई खास समस्या तो नहीं होगी। इसके अलावा हम बहुत ज्यादा प्लानिंग नहीं करते हैं। हमारी टीम वहां के लिए जरूरी चीजें जैसे पानी, चाकू और मैप आदि साथ ले जाते हैं। जब सितारे फिल्में करते हैं तो उसमें हर चीज सुनियोजित होती है। फिल्मों में शॉट के लिए रीटेक करते हैं, जबकि यहां आपको दूसरा पहलू देखने को मिलता है। इसमें बिना रीटेक के त्वरित प्रतिक्रिया देनी पड़ती है।

सवाल : आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी अपने शो में ला चुके हैं, इन हस्तियों से आपकी क्या सीख रही है?

जवाब : यह सभी जमीन से जुड़े लोग हैं। इन पर ढेरों जिम्मेदारियां होती हैं। मेरा अनुभव कहता है कि उन्हें हंसना पसंद है, जिंदगी को जीना पसंद है। उन्हें किसी चीज से डर नहीं लगा, चाहे रिवर राफ्टिंग के वक्त पानी का स्तर बढ़ रहा हो। उनके साथ जो सिक्योरिटी थी वह तैयार खड़े थे। लेकिन प्रधानमंत्री शांत थे, हर चीज करना चाहते थे। जब हम रिवर राफ्टिंग में गए थे, तो पानी के भीतर मजा आया, वह हंस रहे थे। वह पल बहुत पावरफुल था और बेशकीमती था। प्रधानमंत्री युवा पीढ़ी को प्रेरित करते रहते हैं। वह युवा पीढ़ी की ताकत को समझते हैं, वह जानते हैं कि युवा देश को बेहतर बना सकते हैं।

सवाल : आपने एक इंटरव्यू में कहा था कि जंगल एक बेहतर शिक्षक होता है, क्या इसे विस्तृत रूप से बताएंगे?

जवाब :अनुभव आपको बहुत सारी चीजें सिखाते हैं। मैं स्कूल में पढ़ाई में बहुत अच्छा नहीं था। स्कूल आपको सिर्फ एकेडमिक चीजें सीख सकते हैं। जिंदगी की कुंजी सिर्फ किताबें नहीं हो सकती हैं। जिंदगी को जानने के लिए लोगों को जानना बहुत जरूरी है। सीखने के लिए जरूरी है लोगों के लिए रिस्क उठाना, स्मार्ट निर्णय लेना, एक टीम में काम करना और जिंदगी में लचीलापन लाना। हमें बहुत बार जिंदगी में चुनौतियां मिलती हैं, अपने क्राफ्ट को सीखने में फेल होते हैं। इन चुनौतियां का सामना विनम्रता से करना होता है। यही जिंदगी का असल स्किल है। मैंने देखा है कि बहुत से युवा बदलाव लाते हैं। जब वह मुश्किलों का सामना करते हैं, तो उन्हें वह अनुभव मिलते हैं, जो क्लासरूम में नहीं मिलते हैं। वह भी नई-नई चीजें खोजने में दिलचस्पी ले रहे हैं। यही वजह है कि मुझे भारत में भी अलग-अलग चीजों को खोजना पसंद है, जो मैंने पहले कभी नहीं देखा है। मुझे गर्व है कि मैं युवाओं को एक ऐसा प्लेटफॉर्म दे रहा हूं।

सवाल : साल 1996 में स्पेशल एयर सर्विस (एसएएस) ट्रेनिंग के दौरान आपकी कमर में चोट लगी थी, उस घटना से आपने क्या सीखा?

जवा :यही की जीवन बहुत कीमती होता है। अगर आपको जीवन में दूसरा मौका मिले तो आप बहुत सौभाग्यशाली होते हैं। इसके लिए आपको ईश्वर का आभारी होना चाहिए। जीवन को खुलकर जीना चाहिए। अपने अवसरों को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। मेरी जिंदगी उसके बाद अलग हो सकती थी, मैं पैरालाइज्ड हो सकता था। मैंने सीखा कि आपको जिंदगी का आभारी होना चाहिए और जिंदगी भर मेहनत करनी चाहिए। संघर्ष आपको मजबूत बनाते हैं। 

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