Happy Birthday Divya Bharti: एक्टिंग के लिए दिव्या भारती ने 16 साल की उम्र में छोड़ दी थी पढ़ाई, रातों-रात बन गईं थीं सुपरहिट एक्ट्रेस
नई दिल्ली जेएनएन। हिंदी सिनेमा की दिग्गज और खूबसूरत अदाकारा दिव्या भारती का जन्मदिन 25 फरवरी को होता है। दिव्या भारती 90 के दशक की ऐसी अभिनेत्रियों में से एक थीं जो चंद फिल्में करके रातों-रात मशहूर हो गई थीं।
नई दिल्ली, जेएनएन। हिंदी सिनेमा की दिग्गज और खूबसूरत अदाकारा दिव्या भारती का जन्मदिन 25 फरवरी को होता है। दिव्या भारती 90 के दशक की ऐसी अभिनेत्रियों में से एक थीं जो चंद फिल्में करके रातों-रात मशहूर हो गई थीं। उन्होंने अपने छोटे से फिल्मी करियर में बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया था और हिंदी सिनेमा में अपनी अमिट छाप छोड़ी थी। दिव्या भारती के जन्मदिन पर हम आपको उनसे जुड़ी खास बातों से रूबरू करवाते हैं।
दिव्या भारती का जन्म 25 फरवरी 1974 को मुंबई में हुआ था। उनकी शुरू से अभिनय की ओर रुचि रही है। यही वजह थी जो दिव्या भारती ने 16 साल की उम्र में पढ़ाई छोड़कर अभिनय करना शुरू कर दिया था। उन्होंने साल 1990 में तेलुगु फिल्म 'बोब्बिली राजा' से अभिनय का सफर शुरू किया था। इसके बाद उन्होंने साउथ की कई फिल्मों में काम किया। दिव्या भारती ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत 19 साल की उम्र में फिल्म 'विश्वात्मा' से की थी।
फिल्म 'विश्वात्मा' साल 1992 में आई थी। अपनी पहली बॉलीवुड फिल्म से ही दिव्या भारती दर्शकों के दिलों पर राज करने लगी थीं। इस फिल्म में उन पर फिल्माया गया गाना 'सात समुंदर पार' को दर्शकों ने खूब पसंद किया था। फिल्म 'विश्वात्मा' के बाद दिव्या भारती ने ऋषि कपूर, शाहरुख खान और सुनील शेट्टी जैसे बड़े कलाकारों के साथ काम किया था। दिव्या भारती ने 'दिल का क्या कसूर', 'शोला और शबनम', 'दीवाना', 'बलवान' और 'दिल ही तो है' सहित कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया था। 90 के दशक में उनका स्टारडम देखते ही बनता था।
फिल्मों के अलावा दिव्या भारती ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर काफी सुर्खियों में थीं। उन्होंने बॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशक साजिद नाडियाडवाला से गुपचुप तरीके से शादी की थी। दिव्या भारती के परिवार वाले उनकी इस शादी के खिलाफ थे, लेकिन उन्होंने अपने परिवार को बिना बताए साजिद नाडियाडवाला से शादी कर ली थी। 5 अप्रैल 1993 की रात को दिव्या भारती की आखिरी रात साबित हुई। दिव्या की मौत उसी रात मुंबई के वर्सोवा इलाके में एक पांच मंजिला इमारत से नीचे गिरने की वजह से हुई। कुछ लोगों ने माना कि यह आत्महत्या थी। जबकि कुछ लोगों को इस मौत में षड्यंत्र नजर आ रहा था और वह इसे मर्डर मान रहे थे। मुंबई पुलिस इस मामले में सबूत जुटाने में नाकामयाब रही और उनकी मौत के लगभग 5 साल के बाद इस केस की फाइल 1998 में बंद कर दी गई।