Sourav Ganguly on Shah Rukh Khan: सौरव गांगुली ने शाहरुख खान पर लगाया आरोप, केकेआर की कप्तानी को लेकर कही ये बात
Sourav Ganguly on Shah Rukh Khan अपनी पुस्तक ए सेंचुरी इज नॉट इनफ में सौरव गांगुली ने केकेआर के साथ अपने समय का उल्लेख किया हैl
नई दिल्ली, जेएनएनl अपने हालिया साक्षात्कार में आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व कप्तान ने शाहरुख खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में शुरुआत में उन्हें निर्णय लेने के लिए फ्री हैंड नहीं मिला थाl सौरव गांगुली ने वर्ष 2008 और 2010 में शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान के रूप में कार्य किया था। जबकि वह अपनी कप्तानी में टीम को जीत नहीं दिला सकेl उन्होंने टीम के लिए एक अच्छी स्थिति में लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हालांकि अपने हालिया साक्षात्कार में सौरव गांगुली ने केकेआर के कप्तान के रूप में अपने कार्यकाल के बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। दादा ने गौतम गंभीर के एक साक्षात्कार को याद किया, जो अब SRK के स्वामित्व वाली टीम के कप्तान हैं, और कहा कि उन्हें फ्री हैंड दिया गया है। हालांकि जब उन्होंने इसकी मांग की थीं तो वह उन्हें नहीं मिला था।
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गौतम भट्टाचार्जी के साथ एक साक्षात्कार में दादा ने कहा, 'मैं एक साक्षात्कार देख रहा था जहां गौतम गंभीर ने कहा कि शाहरुख खान ने उन्हें चौथे वर्ष में कहा था 'यह आपकी टीम है, मैं हस्तक्षेप नहीं करुंगा। जबकि मैंने ऐसा करने के लिए कहा था तो उन्होंने मुझे मना कर दिया था।' उन्होंने आगे कहा, 'आईपीएल की सर्वश्रेष्ठ टीमें वे हैं, जिन्होंने टीम को खिलाड़ियों पर छोड़ दिया है। सीएसके को देखो, एमएस धोनी इसे चलाते हैं। मुंबई में भी, कोई भी रोहित शर्मा के पास नहीं जाता है और नहीं उसे खिलाड़ियों के चयन के बारे में कहता है।'
Good days .. miss them .. a cold morning at cricket with a cup of coffee
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अपनी पुस्तक ए सेंचुरी इज नॉट इनफ में सौरव गांगुली ने केकेआर के साथ अपने समय का उल्लेख किया है और कहा है कि वह तीसरे सीजन में मालिक शाहरुख खान के साथ लगातार संपर्क में थे और अपनी टीम का चयन करना चाह रहे थे। पुस्तक के एक अंश में लिखा है, 'मैं उनके (शाहरुख) के साथ लगातार संपर्क में रहता था और सीजन में तीन से अधिक बार एक बार अंतिम ग्यारह पर फैसला लेते हुए उनकी राय लेता थाl ऐसा जो मैंने इंडियन इलेवेन को चुनने के दौरान कभी नहीं किया था।' इसके बजाए उन्होंने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया।