'केपी गोसावी ने मुझे हाजी अली जाने और पैसे लेने के लिए कहा'- आर्यन खान ड्रग्स केस पर प्रभाकर सईल को फिर बड़ा खुलासा

क्रूज शिप ड्रग्स मामले में हर दिन नए खुलासे होते जा रहे हैं। इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान जेल में हैं। वहीं इस मामले में एक और शख्स के नाम की भी चर्चा हो रही हैं जिसका नाम केपी गोसावी है।

By Anand KashyapEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 02:29 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 02:29 PM (IST)
'केपी गोसावी ने मुझे हाजी अली जाने और पैसे लेने के लिए कहा'- आर्यन खान ड्रग्स केस पर प्रभाकर सईल को फिर बड़ा खुलासा
केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सईल, तस्वीर, Twitter: ANI

नई दिल्ली, जेएनएन। क्रूज शिप ड्रग्स मामले में हर दिन नए खुलासे होते जा रहे हैं। इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाह रुख खान के बेटे आर्यन खान जेल में हैं। वहीं इस मामले में एक और शख्स के नाम की भी चर्चा हो रही हैं जिसका नाम केपी गोसावी है। आर्यन खान के साथ गोसावी की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसके बाद एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) पर सवाल खड़े हो गए थे।

वहीं इस पूरे मामले में एक बार फिर से तब ट्विस्ट आया जब केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सईल ने कई खुलासे किए। अब एक बार फिर से आर्यन खान ड्रग्स केस पर प्रभाकर सईल ने बड़ा खुलासा किया है। उसने कहा कि केपी गोसावी ने उन्हें हाजी अली रुपये लेने के लिए भेजा था। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार प्रभाकर सईल ने कहा, 'केपी गोसावी ने मुझे कोई निश्चित रकम नहीं दी। उसने मुझे हाजी अली जाने और फिर पैसे लेने के लिए कहा... मेरा किसी नेता से कोई संबंध नहीं है। मेरे खिलाफ कोई अपराध नहीं है। मैं एमआरए पुलिस स्टेशन जा रहा हूं।'

Mumbai | KP Gosavi didn’t transfer to me the fixed amount of money. He asked me to go Haji Ali & then pick up the money... I've no connection with any leader. There is no offence against me. I will be going to MRA police station: Prabhakar Sail, a witness in drugs-on-cruise-case pic.twitter.com/QGpOUJ62ki

— ANI (@ANI) October 26, 2021

गौरतलब है कि आर्यन खान ड्रग्स मामले में हाल ही में बॉडीगार्ड प्रभाकर सईल ने अपने हलफनामे में बताया कि एनसीबी के दफ्तर में पंचनामा पेपर बताकर खाली कागज में जबरन हस्ताक्षर कराए गए थे। हालांकि एनसीबी ने एक वक्तव्य जारी कर इन सारे आरोपों का खंडन किया। एनसीबी ने अपने वक्तव्य में कहा है, 'प्रभाकर सेल गवाह द्वारा एक एफिडेविट जारी किया गया है जो कि 94/2021 में गवाह है। यह मामला सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे पास आया है।

एनसीबी ने आगे कहा, 'एफिडेविट में कहा गया है कि मिस्टर प्रभाकर ने 2 अक्टूबर 1921 से जुड़ी मूवमेंट और एक्टिविटी की जानकारियां दी है। जिस दिन यह क्राइम रजिस्टर्ड हुआ है। यह मामला जज के सामने हैं और मामला न्यायालय के अधीन है। उन्हें यह बात कोर्ट में जज के सामने कहने चाहिए बजाय सोशल मीडिया पर।' वहीं इस पूरे मामले में एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को शिकायत की।

आर्यन खान ड्रग्स मामले की जांच कर रहे समीर वानखेड़े ने हाल ही में मुंबई के पुलिस कमिश्नर को भी चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने चिट्ठी में कहा है कि मुझे झूठे केस में फंसाने की रचि जा रही साजिश। समीर वानखेड़े ने चिट्ठी में दावा किया कि कुछ अज्ञात लोग मेरे खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।

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