प्रशांत किशोर के ट्वीट ने बढ़ायी राजनीति की सरगर्मी, बोले- बंगाल केवल चाहता है अपनी बेटी
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर अपने ट्वीट से राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ाने की कोशिश की है। भारत में लोकतंत्र की अहम लड़ाई बंगाल में लड़ी जाएगी और बंगाल के लोग अपने संदेश के साथ तैयार हैं। बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में विधानसभा के चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है। राज्य में आठ चरणों में मतदान कराये जाएंगे और दो मई को परिणामों की घोषणा होगी। इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर अपने ट्वीट से राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ाने की कोशिश की है। किशोर ने कहा है कि दो मई को मेरा पुराना ट्वीट याद रखिएगा।
बीते साल दिसंबर में किशोर ने दावा किया था कि 'अगर भाजपा बंगाल में बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा।' किशोर ने कहा था - 'मीडिया का एक वर्ग भाजपा के समर्थन में माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है, इससे साफ है कि भाजपा दहाई के आंकड़े के लिए संघर्ष कर रही है। अगर भाजपा बंगाल में बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा।'
अब किशोर ने फिर एक ट्वीट किया है। शनिवार को उन्होंने लिखा- 'भारत में लोकतंत्र की अहम लड़ाई बंगाल में लड़ी जाएगी और बंगाल के लोग अपने संदेश के साथ तैयार हैं। बंगाल केवल अपनी बेटी चाहता है। दो मई को मेरा पिछला ट्वीट जरूर देखिएगा।'
बता दें बंगाल में चुनाव 27 मार्च, एक अप्रैल, छह अप्रैल, दस अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को होंगे। तारीखों के ऐलान के बाद तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने पर शुक्रवार को सवाल उठाया, जबकि भाजपा ने चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत किया और कहा कि शांतिपूर्ण चुनावों के लिए असामाजिक तत्वों को नियंत्रित करने की जरूरत है।