सचिन पायलट अजमेर उत्तर विधान सभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ.रधु शर्मा ने कहा कि गहलोत और पायलट के चुनाव लड़ने की घोषणा से प्रदेश में कांगेस के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ गया।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 09:22 AM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 09:37 AM (IST)
सचिन पायलट अजमेर उत्तर विधान सभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
सचिन पायलट अजमेर उत्तर विधान सभा सीट से लड़ सकते हैं चुनाव

अजमेर, (जेएनएन)। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं अजमेर से पूर्व सांसद सचिन पायलट तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान करने पर अजमेर से मौजूदा सांसद एवं प्रदेश चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ.रधु शर्मा ने कहा कि उनके चुनाव लड़ने का फैसला हाईकमान करेगा।

सांसद रघु शर्मा से उनके विधानसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वे सांसद है इसलिए उनके बारे में फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व करेगा। यदि चुनाव लड़ने के लिए कहा जाएगा तो वे केकड़ी से चुनाव लड़ना पसंद करेंगे।

उन्होंने कहा कि गहलोत और पायलट के चुनाव लड़ने की घोषणा से प्रदेश में कांगेस के कार्यकर्ताओं का उत्साह और बढ़ गया है। यह कांग्रेस की सरकार बनने के शुभ संकेत हैं। कार्यकर्ता अब और उत्साहित होकर चुनाव का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों की सूची में विलम्ब होने से कार्यकर्ताओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है।

किरोड़ी तो हैं अवसरवादी

भाजपा के राज्य सभा सांसद डाॅ. किरोड़ीलाल मीणा ने प्रतिक्रिया दी कि हरीश मीणा अवसरवादी हैं। इसलिए चुनाव के ऐनमौके पर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। किरोड़ी की इस प्रतिक्रिया पर रघु शर्मा ने कहा कि किरोड़ी तो सबसे बड़े अवसरवादी नेता हैं। पहले भाजपा को छोड़कर अपनी राजपा बनाई और फिर हेलीकाॅप्टर में घूम कर विधानसभा का चुनाव लड़ा। कांग्रेस के शासन में अपनी पत्नी गोलमा देवी को मंत्री तक बनवाया। अब भाजपा में शामिल हो कर स्वयं राज्यसभा सांसद बने गए और पत्नी को विधानसभा का टिकिट दिलवा दिया है। इतना ही नहीं भाजपा में शामिल होने से पहले अलवर के लोकसभा उपचुनाव में भी अपनी पत्नी को उम्मीदवार बनवाया था। डाॅ. किरोड़ी अपने स्वार्थों की वजह से राजनीति का चयन करते हैं।

गौरतलब है कि चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का समय शुरू हो चुका है और तीन दिन निकल भी गए है किन्तु कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं होने से कार्यकताओं में निराशा है। नामांकन की अंतिम तिथि 19 नवम्बर है। जबकि भाजपा के कार्यकर्ता प्रचार में आगे निकल गए हैं। कई स्थानों पर तो भाजपा उम्मीदवारों ने नामांकन भी दाखिल कर दिया हैं। ऐसे में कांग्रेस के दावेदारों में सूची को लेकर असमंजस बना हुआ है। सूची जारी होने के बाद कांग्रेस में बगावत भी झेलनी है।

पायलट के अजमेर से चुनाव लड़ने की भी चर्चा

माना जा रहा है कि पूर्व सांसद सचिन पायलट अजमेर से किसी सुरक्षित गुर्जर बाहुल्य सीट से अथवा अजमेर उत्तर विधान सभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। यू तो कांग्रेस के देहात अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह राठौड़ ने पायलट को मसूदा से चुनाव लड़ने का आग्रह किया है।

अजमेर उत्तर से भाजपा के कद्दावर नेता और चौथी बार चुनाव मैदान में उतरे वासुदेव देवनानी सामने होंगे। जबकि मसूदा से उनका मुकाबला महिला प्रत्याशी व दूसरी बार चुनाव मैदान में उतर रही सुशील कवंर पलाड़ा से होगा। यूं तो अजमेर की नसीराबाद विधानसभा सीट भी सचिन के लिए सुरक्षित है। इस सीट से उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रामनारायण गुर्जर ही विजयी हुए हैं। पूर्व में भी नसीराबाद सीट स्वर्गीय गोविंदसिंह गुर्जर और उनके परिवारजन के पास ही रही है।  

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