Jharkhand Assembly Election 2019: नीतीश कुमार के बगैर भी जदयू नेताओं को बेहतर नतीजे की उम्मीद

Jharkhand Assembly Election 2019. पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने कहा कि पार्टी के बड़े नेता लगातार कैंप कर रहे हैं। सरकार बनाने में छोटे दलों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 08:56 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 08:56 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: नीतीश कुमार के बगैर भी जदयू नेताओं को बेहतर नतीजे की उम्मीद
Jharkhand Assembly Election 2019: नीतीश कुमार के बगैर भी जदयू नेताओं को बेहतर नतीजे की उम्मीद

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - जदयू के शीर्ष नेताओं को उम्मीद है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चुनाव प्रचार में नहीं आने के बावजूद झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी को बेहतर परिणाम मिलेगा। रविवार को यहां पार्टी कार्यालय में मीडिया से रूबरू पार्टी के वरीय नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने कहा कि भले ही बिहार के मुख्यमंत्री चुनाव प्रचार में नहीं आ रहे हैं, लेकिन नीतीश मॉडल को आगे बढ़ाकर ही पार्टी चुनाव मैदान में है।

उन्होंने नीतीश के चुनाव प्रचार में नहीं आने की वजहों पर परदा डालते हुए यह भी कहा कि उन्होंने चुनाव लडऩे का पूरा दारोमदार पूरी पार्टी पर छोड़ दिया है और उनके निर्देश पर ही तमाम शीर्ष नेता झारखंड में लगातार कैंप कर रहे हैं। इनमें बिहार के कई मंत्री भी शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि नीतीश जैसे लीडर के आने से चुनाव में फर्क तो पड़ता है, लेकिन अन्य सभी बड़े नेता मेहनत कर उनकी भरपाई कर रहे हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि चुनाव नतीजे के बाद सरकार बनाने में छोटे दलों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी और इसमें यदि जदयू को मौका मिलता है, तो पार्टी नीतीश मॉडल को पूरी तरह झारखंड में भी लागू करेगी। इनमें शराबबंदी और दहेज प्रथा का उन्मूलन सबसे महत्वपूर्ण है। फातमी ने कहा कि जिस उद्देश्य के साथ झारखंड का गठन हुआ था, वह पूरा नहीं हुआ और कम संसाधनों के बावजूद बिहार झारखंड से आगे निकल गया। इस मौके पर उपस्थित पार्टी महासचिव श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश मॉडल ही झारखंड के विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

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