Jharkhand Assembly Election 2019: 17 में 11 हो गए थे फेल, ध्वस्त हुए समीकरणों के मेल

Jharkhand Assembly Election 2019. 2014 विधानसभा चुनाव का परिणाम बदलावकारी साबित हुआ था। छह विधानसभा सीटों पर पांच दलों का कब्जा बरकरार रहा था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 08:05 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 08:05 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: 17 में 11 हो गए थे फेल, ध्वस्त हुए समीकरणों के मेल
Jharkhand Assembly Election 2019: 17 में 11 हो गए थे फेल, ध्वस्त हुए समीकरणों के मेल

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 - झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण की जिन 17 सीटों के लिए 12 दिसंबर को मत डाले जाएंगे। इनमें से सात पर भाजपा, तीन पर झाविमो, दो पर कांग्रेस, तीन पर झामुमो तथा एक- एक सीट पर आजसू तथा सीपीआइएमएल ने 2014 के चुनाव में जीत हासिल की थी। तीसरे चरण की जिन 17 सीटों पर चुनाव होना है, उनमें 11 सीटों पर 2014 में बड़ी फेरबदल देखने को मिली थी।

राजनीतिक पंडितों और पार्टियों के आकलन को धत्ता बताते हुए वोटरों ने 11 सीटों पर पहले से काबिज दल को हटाकर प्रतिनिधित्व दूसरे दल के हाथ में सौंप दिया था। सिर्फ छह सीटें ऐसी थीं, जहां काबिज दल अपनी सीटें बचा पाए थे। इनमें रांची और कांके पूर्व की तरह भाजपा के हाथ रहा और मांडू पर झामुमो का कब्जा बरकरार रहा।  इसी तरह सिमरिया में झाविमो और बड़कागांव में कांग्रेस तथा रामगढ़ में आजसू पार्टी ने अपनी सीटें बचाने में कामयाबी पाई थी।

भारत निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट पर गौर करें तो 2009 में कोडरमा सीट पर राजद का कब्जा था, जो कि 2014 में भाजपा के खाते में चली गई। इसी तरह बरकट्ठा भाजपा से झाविमो, बरही भाजपा से कांग्रेस, हजारीबाग कांग्रेस से भाजपा, धनवार झाविमो से सीपीआइएमएल तथा गोमिया सीट कांग्रेस से छिटककर झामुमो के कब्जे में चली गई। इसी तरह बेरमो कांग्रेस के हाथ से निकलकर भाजपा, ईचागढ़ झाविमो से भाजपा, सिल्ली आजसू पार्टी से झामुमो, खिजरी कांग्रेस से भाजपा और  हटिया सीट कांग्रेस के हाथ से निकलकर झाविमो के खाते में चली गई।

रांची और रामगढ़ में रहा है सीपी का बोलबाला

रांची और रामगढ़ ऐसे दो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं, जहां अलग-अलग दो दलों के प्रत्याशी लगातार जीतते रहे हैं। राज्य के वर्तमान नगर विकास सह आवास मंत्री सीपी सिंह लगातार पांच बार से जीतते आए हैं। इस बार वे छठी बार चुनाव मैदान में हैं। इससे इतर रामगढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 2005 से ही सीपी चौधरी जीत हासिल करते रहे हैं। गत लोकसभा चुनाव में उन्होंने गिरिडीह संसदीय निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है। इस बार उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को मैदान में उतारा है।

भाजपा ने यहां अकेले झटक लिए थे 64.38 फीसद वोट

झारखंड विधानसभा चुनाव 2014 की बात करें तो रांची विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से कुल 18 दलों के प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इन दलों में भाजपा ऐसी इकलौती पार्टी रही, जिसने अकेले 64.38 फीसद मत झटक लिए। रांची से चुनाव जीतने वाले सीपी सिंह को 95760 मत मिले थे। इससे इतर बड़कागांव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले योगेंद्र साव को सबसे कम 29.24 फीसद मत मिले थे। उन्हें 61817 मत हासिल हुए थे।

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